VB.net क्या है? इसका उपयोग कैसे किया जाता है? VB.net की बिशेषताएँ क्या है? इसका सम्पूर्ण उपयोग को समझिए। आइये VB.net को विस्तार से जानिए? What is VB.NET? Know VB.NET in Details in Hindi.
VB.NET एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। इसे . NET फ्रेमवर्क में Implemented किया गया है। माइक्रोसॉफ्ट ने Visual basic.net को 2002 में लांच किया था।
हिस्ट्री ऑफ़ VB.NET
विजुअल बेसिक (VB) माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अपने ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज के लिए विकसित एक प्रोग्रामिंग भाषा है। यह 1992 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा विकसित किया गया था। विजुअल बेसिक(BASIC) भाषा से बनाया गया है, बेसिक भाषा को अन्य भाषाओं की तुलना में पढ़ने में आसान कहा जाता है।
यह ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) के रैपिड एप्लीकेशन डेवलपमेंट (RAD) का समर्थन करता है। अंतिम संस्करण 1998 में पिछली बार जारी किया गया था। माइक्रोसॉफ्ट का समर्थन मार्च 2008 में खत्म हो गया, जिसके बाद माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विज़ुअल बेसिक डॉटनेट (‘VB.NET’) का शुभारंभ किया गया।
VB.NET का परिचय
यह एक उच्च स्तर प्रोग्रामिंग भाषा है। इसे 2002 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा विकसित किया गया था। हालांकि, अन्य प्रोग्रामिंग भाषाएं की तुलना में विजुअल बेसिक इतनी लोकप्रिय नहीं रही, विजुअल बेसिक का अंतिम संस्करण था 6.0 जो 1998 में जारी किया गया था।
कई कंपनियों के द्वारा विजुअल बेसिक की आलोचना की गई थी तथा विजुअल बेसिक प्रोग्रामर्स के लिए पसंदीदा भाषा नहीं थी लेकिन VB.NET एक ऐसी उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है तथा इसे .NET फ्रेमवर्क पर लागू किया गया है। जिसके द्वारा सभी तरह के प्रोफेशनल एप्लीकेशन डेवलप करने के लिए हमें आवश्यक टूल्स (Tools) प्रदान करता हैं।
हम इन टूल्स का उपयोग कर थोड़े समय में और आसानी से किसी भी प्रोजेक्ट् व एप्लीकेशन को विकसित कर सकते है।मुझे पता है, आज के प्रोग्रामर के लिए विजुअल बेसिक महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन वास्तव में, आप प्रोग्रामर बनने के लिए इस बेसिक प्रोग्रामिंग टूल (Basic Programming Tool) को सीख सकते हैं।
थोड़ी देर के लिए विजुअल बेसिक के साथ काम करने के बाद, आप विजुअल बेसिक स्टूडियो (Visual Basic Studio), विजुअल बेसिक. नेट (VB.NET), और अन्य प्रोग्रामिंग टूल पर काम कर सकते हैं इसलिये आपको इसे ठीक से सीखना जरूरी है।
VB.NET क्या हैं?
दोस्तों नमस्कार, हमारे पिछले आर्टिकल में हमने आपको Visual Basic के बारे में विस्तार से बताया था,आज हम उसी से जुडी या ये कहें की उसी का Upgrade Version कही जाने वाली VB.Net प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के बारे में आपको बताने वाले हैं।
तो आइये जान लेते हैं कि विज़ुअल बेसिक डॉटनेट क्या है? विजुअल बेसिक/VB माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अपने ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज के लिए विकसित की गयी एक प्रोग्रामिंग भाषा है। VB.Net, विसुअल बेसिक का ही विकसित रूप है। वैसे तो VB भाषा को 1992 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा विकसित किया गया था, लेकिन साल 2008 में इसे बंद कर दिया गया और VB की जगह VB.Net को लांच कर दिया गया।
विजुअल बेसिक बेसिक भाषा से बनाया गया है, बेसिक भाषा अन्य भाषाओं की तुलना में पढ़ने में आसान होती है। यह ग्राफिकल यूजर इंटरफेस/GUI के रैपिड एप्लीकेशन डेवलपमेंट/RAD का समर्थन करती है। कंप्यूटर की मूल यूनिट VB.Net एक उच्च स्तर प्रोग्रामिंग भाषा है। अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओँ की तुलना में विजुअल बेसिक इतनी लोकप्रिय नहीं रही, जिसके कारण इसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बंद करना पड़ा।
कई कंपनियों के द्वारा विजुअल बेसिक की आलोचना की गई थी। लेकिन VB.Net एक ऐसी उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है, और इसे .NET फ्रेमवर्क पर लागू किया गया है। जिससे इसके द्वारा सभी तरह के प्रोफेशनल एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर डेवलप करने के लिए हमें आवश्यक टूल्स/Tools मिल जाते हैं। हम इन टूल्स का इस्तेमाल कर थोड़े समय में और आसानी से किसी भी प्रोजेक्ट् व एप्लीकेशन को विकसित कर सकते हैं।
यहाँ आपको बतादें कि किसी भी प्रोग्रामर के लिए विजुअल बेसिक ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन आप प्रोग्रामर बनने के लिए इसके बेसिक प्रोग्रामिंग टूल को सीख सकते हैं। थोड़े समय मेहनत करके आप विजुअल बेसिक स्टूडियो/Visual Basic Studio, विजुअल बेसिक.नेट/VB.NET और अन्य प्रोग्रामिंग टूल पर काम कर सकते हैं। VB.NET की मदद से आप कोई भी एप्लीकेशन प्रोग्राम बहुत जल्दी और आसानी से बना सकते हैं।
VB.NET के Data Types
जब किसी वेरिएबल को डिक्लेअर किया जाता है,तब हमे उसके डाटा टाइप को भी लिखना होता है ,क्योकि किसी भी वेरिएबल में स्टोर की जाने वाली वैल्यू उसके डाटा टाइप पर निर्भर करती है।
वेरिएबल का डाटा टाइप जिस प्रकार का होगा उसमे उसी प्रकार की वैल्यू स्टोर की जा सकेगी। Programming मे Data Types Data का Type define करते हैं।
Data Types Store होने वाले Data के Type के साथ ही उसकी Data Storage Length भी बताते है। Visual Basic मे Variables को निम्नलिखित पाँच Categories मे बांटा गया है:-
- Numeric
- String
- Boolean
- Date
- Object
Numeric Variables:- ऐसे नंबर्स जिनमे डेसीमल पॉइंट का उपयोग नही किया जाता है ,Integer numbers कहलाते है। इसमे numbers store करने वाले data type आते हैं। इनका प्रयोग mathematical operations perform करने के लिए किया जाता है। इसमे निम्न data type’s आते हैं-
Short (Int16):- यह Integer Value को स्टोर करने लिए Use होता है। इसमे -32768 से 32767 तक value store की जा सकती है और यह Memory मे 2 bytes लेती है।
Dim a As Short
a = 10000
Integer (Int32):- यह Integer Value को स्टोर करने लिए Use होता है। इसमे -2147483648 से 2147483647 तक Value Store की जा सकती है और यह Memory मे 4 bytes लेती है।
Dim a As Integer
a = 1000000
Long (Int64):- यह Integer Value को स्टोर करने लिए use होता है। इसमे integer से अधिक value store की जा सकती है और यह Memory मे 8 bytes लेता है।
Floating point Numbers:- ऐसे नंबर्स जिनमे डेसीमल पॉइंट का उपयोग किया जाता है ,Floating point Numbers कहलाते है।
- Single-यह single precision floating no को स्टोर करता है। इसमे -3.402823E38 से -1.401298E-45 और 1.401298E-45 से 3.402823E38 तक value store कर सकता है। यह 4 Byte Memory लेता है।
- Double-यह Double Precision Floating no को स्टोर करता है। इसमे -1.797693134486232E308 से -4.94065645841247E-324 और 4.94065645841247E-324 से 1.797693134486232E308 तक Value Store कर सकता है। यह 8 Byte Memory लेता है।
- Decimal-इसमे 0 से 7.9228162514264337593543950335 positive और negative value storeकर सकते हैं। यह Memory मे 16 Byte लेता है।
Byte:- यह भी एक Numeric data type है जो की 0 से 255 तक की Value store की जाती है। यह Memory मे 2 byte लेता है।
String:-Characters के समूह को स्ट्रिंग कहते है यह characters को store करने के लिए प्रयोग होता है। इसमे निम्न 2 type होते हैं।
- String-यह केवल Text को Store करने के लिए Use किया जाता है। यह Set of Characters को स्टोर करता है। इसमे 2 GB तक Text Store कर सकते है।
- Char -यह Single Character को Store करने के लिए Use होता है। और memory मे 2 Byte Space लेता है।
Boolean:- इस Data Type का प्रयोग True या False Value Store करने के लिए किया जाता है। अधिकतर इसका प्रयोग Conditions Check करने मे होता है।
Date:- यह Data Type Date और Time Store करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमे Date या Time को Store करने के लिए # कैरक्टर का प्रयोग करते है।
Dim a As Date
a = #1/4/2005#
Object:- यह एक Common Data Type है जो की सभी Data Types के Common Features के साथ सभी प्रकार की Value Store करने के लिए Use किया जाता है।
विज़ुअल बेसिक डॉटनेट की विशेषताएं
Object Oriented Programming:- विज़ुअल बेसिक डॉटनेट ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के सभी विशेषताओं का समर्थन करता है।
GUI Interface:- ग्राफिकल यूजर इंटरफेस के लिए हम इसका प्रयोग करते है यह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए एप्लीकेशन, वेबसाइट्स आदि बनाने की सुविधा देता है।
Integrated Development Environment:- यह भाषा विजुअल स्टूडियो का उपयोग कर एक इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरनमेंट प्रदान करती है जिसे जीयूआई (GUI) के लिए कार्यक्रम बनाने में प्रयोग किया जाता है। यह कई विंडोज प्रदान करता है जो प्रोग्राम बनाने में मदद करते हैं। जैसे- प्रॉपर्टीज़ विंडो, टूलबॉक्स आदि।
User Interface Design:- यह भाषा यूजर इंटरफेस के डिजाइन की अनुमति देता है। इसमें एक विंडोज़ फॉर्म डिज़ाइनर है जो विंडोज़ के लिए एक फॉर्म डिजाइन करता है जो टूलबॉक्स की सहायता से यूआई (UI) डिजाइन करने में मदद करता है।
Rapid Application Development:- विज़ुअल बेसिक डॉटनेट रैपिड एप्लिकेशन डेवलपमेंट का समर्थन करता है उपयोगकर्ता को सभी कोड टाइप करने की ज़रूरत नहीं है यह स्वचालित रूप से कई कोडिंग कोडित करता है फॉर्म डिजाइन की तरह, इवेंट्स के लिए कोड स्वचालित आ जाते है।
AutoComplete:- विजुअल बेसिक. नेट का कोड एडिटर ऑटो कम्पलीट होने की अनुमति देता है। अपने कोड एडिटर में कोड लिखते समय, यह कोड स्वचालित रूप से पूरा करता है, ताकि उपयोगकर्ता समय बचा सकता है।
Auto Quick Information:- इस सुविधा के कारण कोड लिखते समय, उपयोगकर्ता के बिना फ़ंक्शन लाइब्रेरी को खोले, यह सिंटेक्स, प्रॉपर्टीज का डिस्क्रिप्शन, वेरिएबल डिक्लेरेशन आदि को एक पीली पट्टी में एक टिप के रूप में देखा देती है। इसे ऑटो क्विक इनफार्मेशन कहा जाता है।
Auto List Of Members:- इसमे ऑब्जेक्ट का नाम टाइप करने के बाद डॉट लगाते ही , यह सभी मेम्बेर्स (प्रॉपर्टी और मेथोड्स) की एक सूची प्रदर्शित करेगा जिसमें उपयोगकर्ता किसी भी मेम्बर का चयन कर सकता है।
Auto Syntax Check:- इसका कोड एडिटर स्वतः सिंटैक्स त्रुटि (Syntax Error) की जांच कर त्रुटि (Error) को दिखाता है।
Auto Compile:- यह प्रोग्राम को स्वचालित रूप से त्रुटि को कमपाईल (Compile) करके त्रुटि (Error) दिखाता है। इसमें लॉजिकल त्रुटियों (Logical Errors) को छोड़कर सभी त्रुटियां शामिल है।
Help System:- यह ऑनलाइन (Online) और ऑफ़लाइन (Offline) दोनों प्रकार की सहायता प्रदान करता है, यह इंटरनेट (Internet) और एमएसडीएन (MSDN) के द्वारा ऑफ़लाइन मदद भी प्रदान करता है।
VB.NET का संस्करण
- स्टैण्डर्ड (Standard)
- प्रोफेशनल (Professional)
- एंटरप्राइज (Enterprise)
VB.NET की टाइमलाइन
- VB.NET 1.0: 1991
- VB.NET 2.0: 1992
- VB.NET 3.0: 1993
- VB.NET 4.0: 1995
- VB.NET 5.0: 1997
- VB.NET 6.0: 1998
VB.NET के लिए हार्डवेयर आवश्यकताएं
Computer/Processor:- पेन्टियम® 90MHz या उच्च माइक्रोप्रोसेसर (Pentium® 90 MHz or Higher Microprocessor)
Memory:- विंडोज 95/98 के लिए 24 MB रैम, विंडोज एनटी के लिए 32 MB (24 MB RAM for Windows 95/98, 32 MB for Windows NT)
Hard Disk:- 500 MB हार्ड डिस्क स्पेस (500MB Hard Disk Space)
Display:- माइक्रोसॉफ्ट विंडोज द्वारा समर्थित वीजीए 640×480 या उच्च रिज़ॉल्यूशन स्क्रीन (VGA 640×480 or Higher Resolution Screen Supported by Microsoft Windows)
Operating System:- माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 95 या बाद के ऑपरेटिंग सिस्टम (Microsoft Windows 95 or Later Operating System)
आप VB.NET के साथ क्या कर सकते हैं?
VB.NET के साथ आप किसी भी विषय पर विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए प्रोग्राम विकसित कर सकते हैं। जैसे:-यदि आप किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय के एक अध्यापक हैं, तो आप अपने शैक्षिक उद्देश्यों के लिए जैसे की इंजीनियरिंग (Engineering), कंप्यूटर विज्ञान (Computer Science), लेखांकन (Accounting), वित्तीय प्रबंधन (Financial Management) आदि से संबंधित विषयों पर प्रोग्राम बना सकते हैं, इस प्रोग्राम के तहत आप सरल (Simple), अधिक प्रभावी (More Effective) और दिलचस्प (Interesting) तरीके से जानकारी प्रदान सकते हैं।
VB.NET Environment
Visual Basic.NET Environment के लिये यह ऑप्शन डायलॉग बॉक्स हमें विजुअल बेसिक डेवलपमेंट वातावरण की डिफॉल्ट सैटिंग (Default Setting) को बदलने के लिए Allow करता हैं। विजुअल बेसिक डॉट नेट मे डिफॉल्ट सैटिंग को बदलने के लिये ऑप्शन डायलॉग बॉक्स के लिये निम्नलिखित स्टेप्स को पूरा करते हैं-
Step 1:- विजुअल बेसिक डॉट नेट के प्रोजेक्ट में प्रदर्शितMenu Bar पर Tool Menu को क्लिक करते हैं।
Step 2:- Tool Menu के अंदर प्रदर्शित Submenus में से Option Submenu पर क्लिक करते हैं, तो ऑप्शन डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित होता हैं।
इस ऑप्शन डायलॉग बॉक्स में निम्नलिखित Tabs Strips होती हैं:-
- एडिटर टैब (Editor Tab)
- एडिटर फॉर्मेट टैब (Editor Format Tab)
- जनरल टैब (General Tab)
- डॉकिंग टैब (Docking Tab)
- एनवायरमेंट टैब (Environment Tab)
- एडवांस्ड टैब (Advanced Tab)
एडिटर टैब
एडिटर टैब (Editor Tab) कोड विण्डो तथा प्रोजेक्ट की सैटिंग का विवरण करता हैं। जब Option डायलॉग बॉक्स प्रदर्शित होता हैं तो By Default एडिटर टैब के option प्रदर्शित होते हैं।
एडिटर टैब के अंदर Code Setting तथा project Window के निम्नलिखित Tab Options होते हैं।
कोड सैटिंग्स के टैब ऑप्शन्स
Auto Syntax Check:- विजुअल बेसिक डॉट नेट में जब हम कोडि़ग करते हैं, तो यदि हमने Coding की एक लाइन को टाइप किया हैं, और इसमें कोई गलती हुई हैं तो यह स्वत: ही सही हो जाती हैं।
Require Variable Declaration:- यदि मॉड्यूल (Module) में Explicit Variables की आवश्यकता हैं, तो यह Option उस Variable को परिभाषित करता हैं। इसे चुनने के बाद Option Explicit कथन नये मॉड्यूलमें General Declare होता हैं।
Auto List Member:- यह ऑप्शन एक बॉक्स को प्रदर्शित करता हैं जो उस सूचना को दिखाता हैं, जो Current Insertion Point पर कथन को लॉजिकली पूरा करता हैं।
Auto Quick Info:- यह ऑप्शन फंक्शनों तथा उनके पैरामीटरों के बारे में सूचना प्रदर्शित करता हैं।
Auto Data Type:- यह ऑप्शन Break Mode में Code Window में Variable की Value या Object Property को प्रदर्शित करता हैं, जिस स्थान पर Cursor स्थापित होता हैं।
विण्डो सैटिंग्स के टैब ऑप्शन्स
Drag-and-Drop Text:- यह ऑप्शन कोड विण्डो में Current Code के तत्वों को Drag तथा Drop करने के लिये Allow करता हैं।
Default to full module view:- यह ऑप्शन नये मॉड्यूलों के लिये Default State को Allow करता हैं।
Procedure Separator:- यह ऑप्शन Separator Bars को प्रदर्शित करने या छुपाने के लिये Allow करता हैं, जो कोड विण्डो में प्रत्येक प्रोसीजर के अंत में प्रकट होता हैं।
एडिटर फॉर्मेट टैब
यह टैब Visual Basic Code के Appearance को Specify करता हैं। इसके विभिन्न tab Options निम्नलिखित हैं:-
Text List:- यह ऑप्शन उन आइटमों की लिस्ट को प्रदर्शित करता हैं जो कस्टमाइज्ड रंगों को रखते हैं ।
Foreground:- यह ऑप्शन टैक्स्ट के लिये Foreground color को Specify करता हैं, जिस Text को कलर टैक्स्ट लिस्ट में चुना जाता हैं।
Background:- यह ऑप्शन टैक्स्ट के लिये Background color को Specify करता हैं, जिस टैक्स्ट को कलर टैक्स्ट लिस्ट से चुना जाता हैं।
Indicator:- यह ऑप्शन Margin Indicator रंग को Specify करता हैं।
Font:- यह ऑप्शन पूरे कोड के लिये प्रयोग किये जाने वाले फॉन्ट को Specify करता हैं।
Size:- यह ऑप्शन कोड में प्रयोग किये जाने वाले Font के आकार को Specify करता हैं।
Margin Indicator Bar:- यह ऑप्शन Margin Indicator Bar को विजिबल या नॉट-विजिबल बनाता हैं।
Sample:- यह ऑप्शन Code में प्रयोग किये जाने वाले Font, Size तथा Color के Setting के sample को प्रदर्शित करता हैं।
जनरल टैब
फॉर्म ग्रिड सैटिंग्स
यह ऑप्शन फॉर्म (From) के डिजाइन के समय फॉर्म की ग्रिड की प्रस्तुति (Appearance) प्रदर्शित करता हैं। इसके अंतर्गत निम्नलिखित Options आते हैं:-
Show Grid:- यह ऑप्शन सुनिश्चित करता हैं कि Form के डिजाइन टाइम पर ग्रिड को दिखना हैं या नहीं दिखाना हैं।
Grid Units:- यह ऑप्शन फॉर्म पर प्रयोग की गयी ग्रिडों को प्रदर्शित करता हैं।
Width:- यह ऑप्शन फॉर्म पर ग्रिड शैलों (Grid Cells) की ऊंचाई (Width) को सुनिश्चित करता हैंहैं, जो सामान्यत:2 से 60 Point के मध्य तक होते हैं।
Height:- यह ऑप्शन फॉर्म पर ग्रिड शैलों (Grid Cells) की ऊंचाई (Height) को सुनिश्चित करता हैं, जो सामान्यत:2 से 60 Point के मध्य तक होते हैं।
Align Controls to grid:- यह ऑप्शन ग्रिड लाइनों पर कंन्ट्रोल (Controls), बाहरी भुजाओं (Outer Edges) की स्थिति को स्वत: ही Set करता हैं।
How Tool Tips:- यह बिन्दु टूबार तथा टूल बॉकस आइटमों के लिये Tool Tips को प्रदर्शित करता हैं।
Collapse Project Hides Windows:- यह ऑप्शन (Option) प्रोजेक्ट एक्सप्लोरर (Project Explorer) में जब एक प्रोजेक्ट को बंद (Collapse) किया जाता हैं या विण्डोज को छुपाया जाता हैं, इसे सुनिश्चित करता हैं।
एरर ट्रैपिंग
यह ऑप्शन सुनिश्चित करता हैं कि विजुअल बेसिक डेवलपमेंट वातावरण में कैसे गलतियों को Handled किया जाता हैं, तथा विजुअल बेसिक के सभी इन्स्टान्सों (Instances) के लिये Error Trapping के Default State को Set करता हैं, विजुअल बेकिक के आगे के Session में बिना किसी बदलाव के केवल Current Session के लिये Error Trapping को Set करना हैं, तो कोड विण्डो की शार्टकट की टोगल (Toggle) कमाण्ड का प्रयोग करते हैं।
कम्पाइल
यह ऑप्शन यह सुनिश्चित करता हैं, कि विजुअल बेसिक में कैसे प्रोजेक्ट को शुरू (Start) करने से पहले पूरी तरह से कम्पाइल करना हैं या आवश्यकता के अनुसार कोड को कम्पाइल किया जाता हैं, जो एप्लीकेशन को जल्दी से जल्दी प्रारंभ करे।
Compile on Demand:- यह ऑप्शन पुष्टि करता हैं कि एक प्रोजेक्ट को शुरू (Start) करने से पहले पूरी तरह से कम्पाइल करना हैं यह आवश्यकता के अनुसार कोड को कम्पाइल किया जाता हैं, जो एप्लीकेशन को जल्दी से जल्दी प्रारंभ करे।यदि हम Run Menu में Full Compile कमाण्ड का चुनते हैं तो विजुअल बेसिक Compile on Demand सैटिंग को इग्नोर करती हैं, तथा Full Compile को पूरा करती हैं।
Background Compile:- यह ऑप्शन पुष्टि करता हैं कि बैकग्राउण्ड में प्रोजेक्ट को कम्पाइल को पूरा करते समय रनटाइम के समय प्रयोग किया गया समय आदर्श समय हैं। बैकग्राउण्ड कम्पाइल रनटाइम की क्रियान्वित स्पीड (Execution Speed) को सुधार सकता हैं। यह फीचर तब तक उपलब्ध नहीं होता हैं, जब तक कि कम्पाइल ऑन डिमाण्ड भी नहीं चुना जाता हैं।
डॉकिंग टैब
डॉकिंग टैब (Docking Tab) हमें ये चुनने का ऑप्शन (Option) प्रदान करता हैं कि हम कौन-सी विण्डोज को डॉकेबल (Dockable) करना चाहते हैं।जब हम एक डॉकेबल (Dockable) विण्डो को मूव (Move) करते हैं तो यह लोकेशन को स्नैप (Snap) करता हैं। डॉकिंग टैब (Docking Tab) के अंतर्गत Dockable Tab उन Window की list का प्रदर्शित करता हैं जो विण्डोज डॉकेबल (Dockable) हैं। इनमें से हम उन विण्डोज को चुनते हैं, जिन्हें हम Dockable करना चाहते हैं और उन विण्डोज को Clear करते हैं, जिन्हें हम Dockable नहीं करना चाहते हैं।
एनवायरमेंट टैब
एनवायरमेंट टैब विजुअल बेसिक डेवलपमेंट के गुणों की पुष्टि करता हैं। इस डायलॉग बॉक्स में हम जो भी बदलाव रजिस्ट्री फाइल में सुरक्षित (saved) होते हैं तथा जब भी हम विजुअल बेसिक को प्रारंभ करते हैं, तब प्रत्येक बार यह लोड होता हैं।
VB.NET के लाभ
अब, VB.Net ढांचे के फायदे जानते हैं:-
ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड:- VB.Net सभी एक ऑब्जेक्ट है। आदिम डेटा प्रकारों से उपयोगकर्ता-परिभाषित डेटा प्रकारों में से प्रत्येक और सब कुछ वस्तु आधारित है। यह आसानी से किसी भी OOP आधारित भाषा जैसे जावा आदि के सभी लाभ देता है।
आधुनिक और सामान्य उद्देश्य:- VB.Net एक सामान्य प्रयोजन की भाषा है जिसमें किसी भी आधुनिक तकनीक की सभी विशेषताएं हैं।
सीखने में आसान:- इसके आसान वाक्यविन्यास और कम सीखने की अवस्था के कारण इसे सीखना आसान है।
संरचित भाषा – VB.Net एक उच्च संरचित भाषा है।
घटक-उन्मुख:- VB.Net घटक की अवधारणा का अनुसरण करता है। यहाँ घटक का मतलब है कि पूरे अनुप्रयोग को सरल घटकों में उप-विभाजित किया गया है और फिर इन घटकों को एक पूर्ण आवेदन करने के लिए व्यक्तिगत रूप से विकसित किया गया है।
प्लेटफ़ॉर्म इंडिपेंडेंट:- यह एक प्लेटफ़ॉर्म-इंडिपेंडेंट प्रोग्रामिंग टेक्नोलॉजी है इसलिए इसे कई तरह के कंप्यूटर प्लेटफ़ॉर्म पर संकलित किया जा सकता है और इसे अलग-अलग OS पर चलाया जा सकता है।
कुशल कार्यक्रम तैयार करता है:- VB.Net कुशल अनुप्रयोगों को विकसित करने में सक्षम है।
बड़े सामुदायिक समर्थन:- यह बड़ी संख्या में लोगों के प्रयासों और इनपुट के साथ एक बड़ा सामुदायिक समर्थन है। यह .Net फ्रेमवर्क का एक हिस्सा है।
VB.NET के नुकसान
पॉइंटर्स को सीधे हैंडल नहीं कर सकते:-यह एक नुकसान हो सकता है क्योंकि एक पॉइंटर को संभालने के लिए अधिक आवश्यक कोडिंग और सोचा जाता है। अतिरिक्त सीपीयू परिणाम अतिरिक्त सीपीयू चक्रों में; बदले में अतिरिक्त प्रसंस्करण समय की आवश्यकता होती है; जो धीमी अनुप्रयोगों में परिणाम है।
बड़े टैलेंट पूल:- चूंकि वीबी सीखना इतना आसान है, इसलिए प्रतिस्पर्धा का एक बड़ा पूल है; इस प्रकार, एक ही रोजगार या परियोजना के लिए अधिक प्रोग्रामर आवेदन कर सकते हैं और यह अंततः प्रोग्रामर की सेवाओं के बाजार मूल्य को नीचे ले जा सकता है।
मध्यवर्ती भाषा (IL) संकलन:- इस प्रकार के संकलक आसानी से विघटित हो सकते हैं (उर्फ रिवर्स इंजीनियर); ऐसा बहुत कम होता है, जो अनुप्रयोग के विघटन को रोकने के लिए किया जा सकता है, और लगभग कुछ भी नहीं जो इसे रोकने के लिए किया जा सकता है।
जस्ट-इन-टाइम (JIT) कंपाइलर:- JIT कंपाइलिंग वह तरीका है जिससे कंप्यूटर IL संकलन की व्याख्या कर सकता है। आवेदन चलाने के लिए यह आवश्यक है। इसका मतलब है कि लक्ष्य कंप्यूटर को JIT की आवश्यकता होगी और यह कि JIT का उपयोग करने के लिए आवश्यक अतिरिक्त CPU चक्रों के कारण एप्लिकेशन को प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है।
बड़े पुस्तकालय:- क्योंकि वीबी एक आईएल है, आवेदन की व्याख्या करने के लिए जेआईटी कंपाइलर के लिए बड़ी संख्या में पुस्तकालय आवश्यक हैं। बड़े पुस्तकालयों को अधिक हार्ड ड्राइव स्पेस, अधिक कंप्यूटिंग समय की आवश्यकता होती है और सबसे अधिक यह एक उपद्रव हो सकता है यदि आवेदन इंटरनेट पर तैनात किया जा रहा है और उपयोगकर्ता को संकलित एप्लिकेशन की फ़ाइलों के अलावा इन पुस्तकालयों को प्राप्त करना होगा।