जब कोई इंसान अपने ज्ञान या टैलेंट को शब्दों और तस्वीरों के माध्यम से ऑनलइन वेब लोग के रूप में लिखता है और दूसरे लोगों को इसे पढ़कर जानकारी मिलती है।
तो इस प्रोसेस को ही हम ब्लॉग्गिंग के नाम से जानते हैं। ये ठीक उसी तरह होता है की हम अपने पास एक डायरी रखते हों और हर दिन या फिर जब भी वक़्त मिलता हो तो हम उसमे अपनी इच्छा और इंटरेस्ट वाली बातें लिख लेते हों।
वैसे शुरुआत में ब्लॉग्गिंग का मकसद ऑनलाइन पर्सनल Weblog क के रूप में किया गया था जहाँ लोग journal के रूप में अपने तथ्य लिखा करते थे।
और यही से ब्लॉग्गिंग शब्द सभी के सामने आया। इंटरनेट में और इनोवेशन के जैसे ही कुछ व्यवसाइयों को ये एहसास हो गया की एक ब्लॉग में मार्केटिंग की बहुत सी क्षमताएं छुपी हुई हैं।
और इस तरह ब्लॉग्गिंग ने रफ़्तार पकड़ी ब्लॉग्गिंग का इस्तेमाल सिर्फ मार्केटिंग के लिए ही नहीं बल्कि होम बिज़नेस के लिए भी हो सकता है।
इसका एहसास भी हुआ और यही वजह है की आज भी आप इसके बारे में जानकारी हासिल करने के लिए इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं। और आप थोड़ा बहुत समझ ही गए होंगे की ब्लॉग्गिंग क्या चीज़ है और इस में कितनी क्षमता है।
Blog का इतिहास
Blogging के शुरुआती दिनों में ब्लॉग शब्द का प्रचलन नहीं था। जब 1994 में माननीय ‘Justing Hall’ ने दुनिया का पहला ब्लॉग Links.net बनाया था, जो Swarthmore College के छात्र थे, उस समय इस ब्लॉग शब्द का जन्म नहीं हुआ था।
पहली बार 1997 में ‘Weblog’ शब्द माननीय ‘John Barger’ ने गढ़ा जो Robot Wisdom के लेखक है। मगर, असली शब्द जिसे आज हम इस्तेमाल करते है – Blog, माननीय ‘Peter Merholz’ द्वारा 1999 में Weblog को छोटा करके ‘Blog’ गढ़ा गया।
इसके बाद इसी शब्द को आधार बनाकर “Blogger.com” को बनाया गया जो, असल में Pyra Labs द्वारा विकसित ब्लॉगिंग टूल था। वर्तमान में इसका स्वामित्व गूगल के पास है।
यहीं से ब्लॉगिंग यात्रा सुखद हुई और ब्लॉग्स कि बरसात होना शुरु हो गई, क्योंकि अब ब्लॉग लिखने के लिए आपको प्रोग्रामिंग सीखने की जरूरत नहीं रह गई थी। यह सारा काम “Blogger” कर रहा था। जो आज भी कर रहा है।
Blogger की कामयाबी से प्रभावित होकर एक नया ऑपन सॉर्स ब्लॉगिंग टूल “WordPress” का पहला संस्करण पेश किया गया।
जिसे खूब सराहा गया। और आज दुनिया की एक तिहाई से भी ज्यादा ब्लॉग एवं वेबसाईट वर्डप्रेस का इस्तेमाल गर्व से कर रही है।
ब्लॉग अभी यौवन अवस्था में पहुँचा है और कुल ढाई दशक पूरानी तकनीक है। मगर इन 25 सालों में बहुत कुछ बदला है और नए-नए टूल इजात किये गए तथा कितने ही पूराने टूल बदल गए या बंद हो गए है।
इस पूरे घटनाक्रम को हमने Blog History Timeline में दिखाया है। जिसे पढ़कर आपको ब्लॉगिंग इंडस्ट्री में हुए उतार-चढ़ाव समझने में मदद मिलेगी।
Blog History Timeline
1994 :- Swarthmore College के एक छात्र Justing Hall नें पहला “links.net” बनाया।
1997 :- Jorn Barger द्वारा “Weblog” शब्द गढ़ा गया।
1998 :- Hurricane Bonnie को कवर करने वाले Jonathan Dube ने पहली बार वेबलॉग पर किसी न्यूज साईट पर इस तरह स्टोरी कवर की।
1999 :- Peter Mertholz ने शब्द “Weblog” को “Blog” किया. इसी साल तीन दोस्तों के स्टार्टाअप Pyra Labs ने ब्लॉगिंग टूल “BLOGGER” बनाया।
2002 :- ब्लॉगिंग सर्च इंजन “Technorati” पेश किया गया।
2003 :- Pyra Labs ने BLOGGER को गूगल को बेच दिया। इसी साल WordPress का पहला संस्करण लॉच हुआ. और “Typepad” ब्लॉगिंग सेवा भी शुरु हुई।
2004 :- Garfield ने पहला विडियो आधारित ब्लॉग शुरु किया। इसे पहला विलॉग्स समझा जाता है।
2005 :- AOL द्वारा $25 मिलियन में Weblogcs, Inc को खरीदा गया।
2006 :- Technorati की रिपोर्ट के अनुसार 50 मिलियन ब्लॉग होने की बात कहीं गई। और Mashable Blog लॉच किया गया।
2007 :- Tumblr शुरु हुई. और Tim ‘O’ Reilly द्वारा ब्लॉगर्स के लिए Code of Conduct बनाए गए।
2008 :- Posterous लॉच हुई जिसके द्वारा ब्लॉगर्स शॉर्ट अपडेट्स दे सकते थे।
2011 :- गूगल ने एक नई सेवा Google+ शुरु की।
Blog का परिचय
ब्लॉग एक प्लेटफार्म है जिस पर आप नियमित तौर पर अपनी जानकारी, सुझाव या अनुभव एक ब्लॉग पर रिकॉर्ड कर सकते है।
शुरुवात में इसके नाम Web Blog था जिसे आज short फॉर्म में हम Blog के नाम से जानते है।
इसे बिलकुल ही सरल भाषा में समझे तो ब्लॉग एक ऑनलाइन नोट बुक डायरी है नोट बुक का मतलब तो सभी जानते ही है।
इसमें केवल ऑनलाइन शब्द जुड़ चूका है। तो इसे भी आसानी से समझा जा सकता है लोग कुछ वर्ष पूर्व डायरी लिखने का शौख रखते थे।
शायद अब भी लिखते होंगे, क्यों क्यूंकि उस दौर में इंटरनेट का जरिया सभी व्यक्ति के पास नहीं था इसलिए उन्हें अपने बीते दिन चर्या , अनुभव या कुछ ऐसी चीजे जो वो औरों तक पहुँचाना चाहते हो , इन्हे अपनी एक डायरी में नोट करते थे।
कई बार ऐसा भी हुवा है जो एक अच्छे लेखक है उनके बुक भी प्रकशित हुयी है और अच्छे लेखन के जरिये वे आज भी जाने जाते है।
गुजरे हुए वो समय और आज का समय में केवल इतना ही अंतर है की लोग तब नोट बुक डायरी के जरिये अपने hobbies व्यक्त करते थे और आज इंटरनेट की दुनिया में एक ब्लॉग का प्लेटफार्म चुनते है।
आप एक ब्लॉग पर अपनी रूचि के अनुसार किसी भी विषय पर लिख कर लोगो के साथ साझा कर सकते है जैसे आप कविता लिखने में अच्छे है या आप में tech skill का अनुभव है या जीवन के रहस्मय बातों को बताना चाहते है या फिर लोगो को अच्छा motivate कर सकते है , इत्यादि चीजें जो आपके पास अच्छे अनुभव है आप एक ब्लॉग के माध्यम से लोगो को बता सकते है।
Blog का Purpose क्या है ?
एक ब्लॉग शुरू करने के कई कारण हो सकते है कई व्यक्ति ब्लॉग को पर्सनल इस्तेमाल के लिए शुरू करते है तो कुछ इसे बिज़नेस या किसी प्रोजेक्ट के लिए करते है।
यदि हम बात करे कि एक ब्लॉग शुरू करने के मुख्य उदेश्य क्या है तो इसका सीधा उत्तर होगा, लोगो को किसी भी विषय पर ऑनलाइन जानकारी उपलबध कराना है।
तथा ब्लॉग के माध्यम से audiance को target करना यानि ब्लॉग से लोगो को connect करना और अपने पाठको के लिए बहुमूल्य जानकारी उपलब्ध कराना।
अगर आपके पास किसी टॉपिक पर information है तो आप blogging करना शुरू कर सकते है।
और अगर किसी नए बिज़नेस की शुरुवात की गयी है तो एक ब्लॉग आपकी Brand को Build करने में बेहद मदद करता है। यह client को आपके प्रोडक्ट के बारे में जानने में मदद करता है। और of course इसका सीधा मतलब बिज़नेस को आगे ले जाना तथा ब्रांड को और अत्यधिक लोक-प्रिय बनाना है।
एक अच्छा ब्लॉग कैसे लिखते हैं ?
एक अच्छा ब्लॉग लिखने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। वह सारी बातें जो आपको जानना जरूरी है। वो सब मैं नीचे आपको बताने जा रहा हूँ।
ध्यान से पढियेगा :-
1. आप अपना ब्लॉग किसी भी भाषा में लिख सकते हैं। पर एक बात का ध्यान रखियेगा की सारे के सारे पोस्ट एक ही भाषा में हो। तभी आपको ज्यादा फायदा मिलेगा google में ऊपर आने में। मतलब की एक ही भाषा में ब्लॉगिंग करें।
2. आपको ब्लॉग बनाने के बाद खाली बिलकुल नहीं बैठना होगा। मतलब की ब्लॉग बनाने के बाद आपको लगातार तीन चार दिन बाद पोस्ट डालते रहना होगा। अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आपको google में उतनी अहमियत नहीं मिलेगी।
3. अपने ब्लॉग पर आपको एक ही टॉपिक से रिलेटेड पोस्ट डालने होंगे। मतलब की अगर आपकी वेबसाइट technology के ऊपर है तो आप उस पर जानवरों के ऊपर पोस्ट नहीं लिख सकते।
आपको उस पर टेक्नोलॉजी के ऊपर ही ब्लॉगिंग करनी चाहिए।
4. आपको अपने ब्लॉग को अगर रैंक करवाना है गूगल में तो आपको on page seo और off page seo करना सीखना होगा। अगर आप ये नहीं जानते तो आपका पोस्ट कभी गूगल में ऊपर नहीं आएगा। अगर आपको ये सीखना है तो नीचे दी गयी website पर जाएं।
5. अपने ब्लॉग में आप लिखने के साथ साथ फोटो और वीडियो का बी इस्तेमाल जरूर करें। ये आपको ब्लॉग को अच्छा लुक देगा। और लोगों को पढ़ने में मजा भी आएगा। इससे आपकी गूगल में रैंकिंग भी बढ़ती है।
6. Keyword research भी बहुत जरूरी है अगर आप अच्छा खासा पैसा कामना चाहते हैं तो।
Blog की परिभाषा
“ब्लॉग एक प्रकार की वेबसाईट है जिसे उल्टे कालानुक्रम में व्यवस्थित किया जाता है यानि पूराने पेज व पोस्ट नीचे होते है और हालिया प्रकाशित पोस्ट व पेज सबसे ऊपर प्रदर्शित होते है।
ब्लॉग़ को अकेला व्यक्ति अथवा समूह द्वारा लिखा जा सकता है। इस पर ब्लॉगर किसी विषय-विशेष पर अपनी राय प्रकाशित करते है। व्यक्तिगत अनुभव शेयर करने के मामले में ब्लॉग़ एक ऑनलाईन डायरी है।”
ब्लॉग़ शब्द ‘Weblog’ और ‘Web Log’ का संक्षिप्त रुप है। जहाँ पर लोग ऑनलाईन अपने व्यक्तिगत विचार किसी विषय-विशेष पर प्रकाशित करते है।
यह जानकारी प्राईवेट भी रखी जाती है और कुछ इसे सार्वजनिक भी कर देते है। जिसे पूरी दुनिया सोशल मीडिया, सर्च इंजन्स, ई-मेल, न्यूजलेटर आदि साधनों की मदद से एक्सेस कर पाती है।
एक ब्लॉग पोस्ट में टेक्स्ट के अलावा ग्राफिक्स, फोटू, ओडियो, विडियो, जिफ्स आदि प्रकार का डेटा हो सकता है।
ब्लॉग वेबसाईट पर्सनल ऑनलाईन डायरी से आगे निकलकर वर्तमान में मार्केटिंग का टूल बन गया है। बिजनेसेस अपने प्रोडक्ट की जानकारी, युजर एंगेजमेंट्स, लीड्स जनरेट करना, टेस्टीमॉनियल्स, रिव्यु, वेबसाईट ट्रैफिक आदि कामों के लिए इसे खूब इस्तेमाल कर रहे है।
ब्लॉगिंग को लोग फुल टाईम करियर (Blogging as Full Time Career) बना रहे है और बिना बॉस के लाईफ जी रहे है. ब्लॉगिंग ने लोगों को आजादी दी है, जिसकी चाह हर इंसान करता है।
एक ब्लॉग युजर को कई अतिरिक्त फीचर उपलब्ध करवाता है, इनके कारण ब्लॉग की लोकप्रियता साबित हुई है।
Archive
ऊपर बताया गया कि ब्लॉग़ कालानुक्रम में प्रविष्टियों का क्रम निर्धारित करते है। जिसके कारण नई प्रविष्टियां सबसे ऊपर दिखाई देती है और पुरानी प्रविष्टियां नीचे सरकती जाती है।
इस व्यवस्था से नये पोस्ट्स तो पाठकों को दिखाई दे जाते है मगर पुरानी पोस्ट्स उन्हे नहीं दिखती। वे सोचते है कि इस ब्लॉग़ पर इतनी ही पोस्ट्स लिखी गई है।
मगर, ठेहरो! आप गलत है. ब्लॉग्स पोस्ट्स जितने बाहर दिखाई देते है उससे कहीं ज्यादा वे अंदर छिपे रहते है।अर्थात उनका सबसे ज्यादा कंटेट छिपा रहता है।
जिसे आप कुछ सामान्य से स्टेप्स द्वारा प्राप्त कर सकते है और यह सुविधा ब्लॉग खुद अपने पाठकों को उपलब्ध करवाता है।
प्रत्येक ब्लॉग़ के साईडबार में कुछ विकल्प दिए होते है (ब्लॉगिंग की भाषा में इसे साईडमेनु कहते है) यहाँ पर Archive नाम का फीचर होता है।
जिसके ऊपर क्लिक करके पुरानी पोस्ट्स और पेजों को देखा जा सकता है। क्योंकि यहाँ पर समय और दिनांक के अनुसार प्रविष्टियों को संभालकर रखा जाता है।
आप जिस दिन, महिना, साल की पोस्ट पढ़ना चाहते है, उस महिना, साल और दिन पर क्लिक कीजिए आपके सामने पोस्ट हाजिर है।
Comments
यदि आप ब्लॉगर (लेखक) से कुछ पूछना चाहते है, बताना चाहते है, आलोचना करना चाहते है, सुझाव देना चाहते है या कोई भी विचार जो आपके दिमाग में कूद रहा है उसे कमेंट्स फीचर के द्वारा ब्लॉगर को अवगत करा सकते है।
ब्लॉग़ में यह फीचर पोस्ट और पेज के नीचे पाया जाता है। जो एक एचटीएमएल फॉर्म रूप में होता है। इस फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरकर आप कमेंट प्रकाशित कर देते है।
आपका कमेंट एडमिन के पास चला जाता है. एडमिन उसे पढ़कर जवाब दे देता है। यह फीचर कुछ ऑनलाईन चैंटिग की तरह ही कार्य करता है। मगर इसके ऊपर ब्लॉग एडमिन का पूरा नियंत्रण रहता है।
कमेंट्स के द्वारा पाठक ब्लॉगर से खुद को जुडा हुआ महसूस करते है जिससे ब्लॉग और पाठकों का रिश्ता गहरा और मजबूत बनता है। इसलिए लोग ब्लॉग़ पढ़ना ज्यादा पसंद करते है।
Categories
यह विकल्प भी साईडबार या फिर मेनुबार में दिया जाता है। इसके द्वारा आप किसी ‘टॉपिक विशेष’ पर ब्लॉगर द्वारा प्रकाशित पोस्ट्स ढूढ़ सकते है।
जैसे; एक ब्लॉग पर कई अलग-अलग विषयों पर जानकारी दी जाती है मगर आपको केवल साहित्य पसंद है तो आप कैटेगरी में जाकर साहित्य का चुनाव करके केवल साहित्य पर प्रकाशित पोस्ट्स खोज सकते है।
अब आप अच्छी तरह जान गए कि एक ब्लॉग क्या होता है। लेकिन क्या आप जानते है ब्लॉग शब्द को ब्लॉग बनने के लिए कितने सालों का इंतजार करना पड़ा और ये शब्द कैसे बना?
Blog क्या है ?
एक ब्लॉग एक प्रकार की वेबसाइट होती है जहाँ पर नए पोस्ट पहले आते हैं यानि पहले पेज पर दिखाई देते है और पुराने क्रमानुसार पीछे होते हैं।
ब्लॉग में लिखे जाने वाले अलग अलग टॉपिक के कंटेंट को blog post कहा जाता है। ब्लॉग मुख्य रूप से एक व्यक्ति या एक छोटे से ग्रुप द्वारा जानकारी मुहैया करने का माध्यम होता है।
जहाँ वो अपने अनुभव को बात चित करने के लहज़े में लोगों को बताते हैं। वैसे अब बहुत सारे कॉर्पोरेट ब्लॉग हैं जो बहुत अधिक सूचनात्मक और लोगों के काम के कंटेंट उपलब्ध करते हैं।
चाहे किसी भी प्रकार का ब्लॉग हो भले ही कुकिंग रिलेटेड हो, हेल्थ से जुड़ा या फिर खेलकूद के बारे में हो ब्लॉग को लगातार रूप से अपडेट किया जाता है।
इन में हर हफ्ते कई तरह की नयी जानकारी लिखी जाती है। बहुत सारे ऐसे भी वेबसाइट आपने देखें होंगे जिन में बहुत लम्बे समय तक कोई बदलाव देखने को नहीं मिलता है।
लेकि ब्लॉग के साथ ऐसा बिलकुल भी नहीं है इस में यूजर को भरपूर जानकारी देने के लिए साप्ताहिक रूप से कंटेंट दिए जाते हैं।
इसके अलावा इसमें सोशल वेबसाइट भी जोड़ा रहता है यानि आप जिस जानकारी को चाहे अपने सोशल अकाउंट में जुड़े लोगों को शेयर कर सकते हैं।
इस में एक और ख़ास बात ये होती है की आपको इस में किसी टॉपिक के ऊपर आप अपने विचार भी लिख सकते हैं और अगर कहीं कोई doubt है तो उसे भी ऑथर या लेखक से पूछ कर क्लियर कर सकते हैं।
अभी भी बहुत सारे लोगों के मन में इस बात को लेकर confusion बना होता है की ब्लॉग और वेबसाइट में क्या फर्क होता है तो चलिए इसे भी जान ही लेते हैं।
Blog और वेबसाइट में क्या अंतर है?
- ब्लॉग एक प्रकार की वेबसाइट होती है. लेकिन हर वेबसाइट ब्लॉग नहीं होता है।
- ब्लॉग और वेबसाइट के बीच सबसे मुख्य अंतर् ये होता है की ब्लॉग में कंटेंट रेगुलर तरीके से अपडेट की जाती है और पुराने कंटेंट पीछे चलते जाते हैं और नए सबसे ऊपर होते हैं और ये क्रमबद्ध तरीके से होता है।
- अधिकतर वेबसाइट static पेज के रूप में बनाये जाते हैं. जहाँ सब कुछ हर रोज़ एक जैसा ही दिखाई देता है इसमें कंटेंट को पेजेज के अंदर ओर्गनइजे कर के रखा जाता है और इन्हे फ्रीक्वेंटली अपडेट नहीं किया जाता है. जबकि ब्लॉगर हर दिन कुछ अपडेट करते रहते हैं और पुराने कंटेंट को समय के साथ अपडेट कर के लोगों तक पहुंचते हैं. एक दिन में कई नए आर्टिकल भी पब्लिश कर लेते हैं।
- ब्लॉग एक बड़ी वेबसाइट का हिस्सा हो सकता है जो लोगों को प्रोडक्ट या कोई सेवा देती हो। बहुत सारे ऑनलाइन बड़े वेबसाइट में ब्लॉग एक छोटा सा वेबसाइट का ही भाग होता है। जहाँ से ये अपनी सेवाओं के बारे में लोगों को लिख कर और टुटोरिअल के माध्यम से भी बताते हैं।
- आप एक वेबसाइट और ब्लॉग दोनों को ही बनाने के लिए वर्डप्रेस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसीलिए बहुत सारि कंपनियों के मालिक वेबसाइट बनाने के लिए वर्डप्रेस का इस्तेमाल करते हैं।
- इसमें आर्टिकल्स को केटेगरी के रूप में अलग अलग कर के रखा जाता है ताकि जरुरत पड़ने पर उसे आसानी से ढूंढा जा सके।
- अपने लिखे आर्टिकल की उपयोगिता और उन तक आने वाले विजिटर के अनुभव को समझने के लिए एक कमेंट फॉर्म दिया हुआ रहता हैं जिससे कोई भी अपना फीडबैक लिखकर उस लेखक को बता सकता है।
- तो अगर हम सरल शब्दों में बात करें तो सभी ब्लॉग वेबसाइट या वेबसाइट का एक हिस्सा हो सकते हैं लेकिन हर वेबसाइट ब्लॉग नहीं हो सकता है।
उदाहरण के लिए Tech Academy Pro एक ब्लॉग है और इसे वेबसाइट भी बोल सकते हैं जहाँ हर साप्ताहिक रूप से हम आपके लिए कई आर्टिकल्स लिख कर आपके लिए पब्लिश करते हैं।
Blogger कौन होता है ?
ब्लॉगर वह व्यक्ति होता है जो ब्लॉग लिखता है। उदाहरण के तौर पर आप मुझे देखिये में यहाँ रेगुलर पोस्ट लिखता रहता हूँ। इसका मतलब यह है की में एक ब्लॉगर हूँ। एक अच्छा ब्लॉगर होना आसान नहीं होता।
क्योकि एक अच्छा ब्लॉगर होने के लिए आपको अपने फील्ड भर पूर नॉलेज होना बहुत जरूरी है। एक ब्लॉगर होने के लिए आपको कोडिंग आये ऐसा जरूरी नहीं होता।
Blog के प्रकार
ब्लॉग्स को कई वर्गों में बांटा जा सकता है। लेखन के आधार पर, प्रस्तुति के आधार पर, ब्लॉग़ तकनीक के आधर पर इस प्रकार अन्य तरीके भी है।
जो ब्लॉग के विभिन्न प्रकार बता सकते है। मगर यहाँ पर हम ब्लॉग़ के सबसे अधिक प्रचलित 5 प्रकारों के बारे में बात करेंगे।
- Personal Blogs
- Group Blogs
- Microblogs
- Business Blogs
- Aggregated Blogs
Personal Blogs
पर्सनल ब्लॉग एक ऑनलाईन डायरी है जो वेब पर प्रकाशित होती है। इस डायरी (ब्लॉग) में एक व्यक्ति, समूह या संगठन नही, अपने निजि विचार शेयर करता है।
इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग़ परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, दोस्तों, कार्यालय कर्मीयों के अलावा थोडे बहुत पाठकों को अपनी तरफ आकर्षित कर पाते है।
मगर, आजकल पर्सनल ब्लॉगिंग़ पेशेवर तरीके से की जाने लगी है। इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग भी खूब ट्रफिक आकर्षित कर रहे है और लोगों को पैसा कमाने का साधन भी जुटा रहे है।
जी हां. आप एक ब्लॉग से पैसे भी कमा सकते है। आजकल ब्लॉगिंग से पैसे कमाने का ट्रेंड चल रहा है (अधिक जानकारी के लिए गूगल करिए।
“ब्लॉग/ब्लॉगिंग से पैसे कैसे कमाये”) और पेशेवर ब्लॉग़र फुल टाईम इनकम अपने पर्सनल ब्लॉग से कमाने में कामयाब हो रहे है।
Group Blogs
किसी ब्लॉग को एक से अधिक लोगों द्वारा लिखा जाता है तो ऐसे ब्लॉग ग्रुप ब्लॉग कहलाते है। ये ब्लॉग ज्यादा बडी संख्या में पाठकों को प्रभावित करते है और इनका ट्रैफिक भी पर्सनल ब्लॉग से बहुत ज्यादा होता है।
साथ ही ये इंगेजमेंट भी ज्यादा अच्छे तरीके से करने में कामयाब हो पाते है। इस तरह के ब्लॉग एक से ज्यादा टॉपिक पर लिखे जाते है।
एक ब्लॉगर सिर्फ एक टॉपिक पर अपने विचार व्यक्त करता है और अन्य ब्लॉगर अपने पसंद के अन्य टॉपिक्स पर अपने विचार व्यक्त करते है।
इसका एक फायदा ये भी होता है कि ब्लॉग संभालने का काम बंट जाता है इसलिए सिर्फ एक ही व्यक्ति पर काम का दबाव नहीं रहता है।
Micro Blogs
आपने ट्विटर का नाम तो सुना ही होगा. और इसका इस्तेमाल भी करते होगें। ट्वीटर अपने युजर्स को केवल 140 कैरेक्टर्स लिखने की अनुमति देता है।
इसे ही माइक्रोब्लॉग कहते है और माइक्रोब्लॉगिंग करने का कार्य माइक्रोब्लॉगिंग कहलाता है। ट्वीटर के अलावा फेसबुक, ट्म्बलर आदि प्लैटफॉर्म इस सेवा को मुहैया करा रहे है।
इसका उपयोग राजनेता, अभिनेता, लेखक, गायक आदि पेशेवर लोग अपने नए शॉ, किताबों, फिल्मों तथा अन्य अपडेट्स अपने फॉलोवर्स को बताने के लिए करते है।
इससे फॉलोवर्स के साथ इनका जुडाव ज्यादा मजबुत बनता है। इसलिए सोशल मीडिया साईटों पर इन सेलेब्रिटीज के लाखों-करोडों की संख्या में फैन फॉलोविंग होती है।
सोशल मीडिया साईटों पर फॉलोवर्स की संख्या कामयाबी का स्टेटस समझा जाता है।
Business Blogs
सॉफ्टवेयर कंपनिया, निजि व्यापारी, गैर-सरकारी संगठन अपने कर्मचारियों को अपडेट देने के लिए ब्लॉग का उपयोग करते है।
इस प्रकार का ब्लॉग केवल कर्मचारियों तक सीमित होता है और कोई अन्य व्यक्ति उसे नहीं पढ सकता है। इस प्रकार के ब्लॉग बिजनेस ब्लॉग कहलाते है।
चुंकि इनका उपयोग एक कंपनी विशेष द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए होता है इसलिए इन्हे Corporate Blogs भी कहते है।
कंपनिया, सदस्यता क्ल्ब, ग्रुप्स, संगठन आदि नई सूचना, मीटिंग्स की जानकारी, बिजनेस रिपोर्ट आदि शेयर करने के लिए ब्लॉग्स का इस्तेमाल करती है।
इस तरह अपडेट देने से कम समय मे अधिक कर्मचारियों तक सूचना पहुँच जाती है। इस प्रकार के ब्लॉग निजी ब्लॉग भी कहलाते है।
वहीं दूसरी तरफ कुछ बिजनेस नए ग्राहकों तक पहुचने के लिए भी ब्लॉग का इस्तेमाल कर रहे है। अपने प्रोडक्ट अथवा सेवा से संबंधित जानकारी ब्लॉग के माध्यम से शेयर करके नए संभावित ग्राहकों को वेबसाईट पर लाया जा रहा है।
यह तरीका अन्य मार्केटिंग साधनों से ज्यादा सस्ता साबित हो रहा है। इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग्स की संख्या दिनो-दिन बढ़ती ही जा रही है।
Aggregated Blogs
कुछ ब्लॉग अपनी पोस्ट में संबंधित अन्य ब्लॉग भी शामिल कर देते है। या फिर किसी टॉपिक, प्रोडक्ट, सेवा से जुडे हुए पोस्ट शेयर करते है।
इस तरह पाठकों को एक ही जगह पर एक टॉपिक से जुडी हुई जानकारी प्राप्त हो जाती है। ऐसे ब्लॉग Aggregated Blogs कहलाते है।
खुद का Blog कैसे बनायें ?
ब्लॉग बनाना अब मिनटों का काम हो गया है। आपको प्रोगामिंग सीखने, कम्प्युटर या लैपटॉप खरीदने तथा कॉलेज या फिर संस्था से ट्रैनिंग लेने की भी कोई जरूरत नहीं है।
क्योंकि ब्लॉग बनाने के लिए आपको इन सब चीजों की कोई जरूरत नहीं है आप ब्लॉगिंग टूल्स की सहायता से मिनटों में अपना ब्लॉग बनाकर पहली पोस्ट भी प्रकाशित कर सकते है।
ब्लॉग बनाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरुरत पडने वाली है :-
- Domain Name
- Hosting
- SSL Certificate
- Some Knowledge
यह आपके ब्लॉग का नाम होगा। यानि Techacademypro.in एक डोमेन नेम है इसी तरह आपको भी एक अपने ब्लॉग के लिए एक डोमेन नेम खरीदना पडेगा। जिसे आप डोमेन रजिस्ट्रार से एक हजार रुपये से भी कम दाम में खरीद सकते है।
Hosting
इंटरनेट से जुडने के लिए हमें इंटरनेट कनेक्शन और कम्प्युटर की जरूरत पडती है जो 24 घंटे लाइव रह सके।ऐसा कम्प्युटर हमें वेब होस्टिंग कंपनियों द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है। जहां पर हमारा ब्लॉग कंटेट तथा अन्य आवश्यक टूल्स एवं सामग्री स्टोर रहती है।
होस्टिंग़ में हमें एक कम्प्युटर मिलता है जिसे सर्वर कहा जाता है। इस सर्वर पर हम ब्लॉगिंग़ टूल (जैसे वर्डप्रेस) इंस्टॉल करते है और डोमेन नेम तथा होस्टिंग को एक-दूसरे से कनेक्ट करते है। यह काम हो जाने के बाद हमारा ब्लॉग लगभग तैयार हो जाता है।
SSL Certificate
ब्लॉग़िंग के शुरुआती दिनों में इसकी जरूरत नहीं थी। मगर, इसके बढ़ते प्रभाव और वाणिज्यीकरण के कारण इसका प्रयोग गैर-कानूनी तरीके से पैसे कमाने तथा युजर्स की पर्सनल जानकारी चुराने के लिए होने लगा।
ई-कॉमर्स के कारण ये घटनाएं बढ़ने की ज्यादा संभावना थी। इसलिए सभी साईटों को SSL Certificate इंस्टॉल करना अनिवार्य से हो गया।
यदि आप भी ब्लॉग बनाना चाहते है तो डोमेन नेम और होस्टिंग के साथ Secure Sockets Layer Certificate जरूर इंस्टॉल करें।
यदि आपके पास ये तीन चीजें हैं तो आप थोडें से इंटरनेट और कम्प्युटर ज्ञान तथा कॉमन सेंस का इस्तेमाल करके ब्लॉग शुरु कर सकते है।
आप फ्री ब्लॉग कैसे बनाये गाईड को पढकर इस बारे में और अधिक जानकारी लें सकते है। इस गाईड में हमने फ्री ब्लॉग़ बनाना बताया है।
ब्लॉग़ के फायदे
ब्लॉग अब ऑनलाईन डायरी मात्र नहीं रह गया है कि बस आप इसके द्वारा अपने विचार ही ऑनलाइन व्यक्त कर सकते है।
इसे लोग कैरियर अवसर के रुप में देख रहे है और सैंकडों लोग ब्लॉग बनाकर एक उच्च लाईफ स्टाईल का प्रबंधन करने में कामयाब हो गए है। इसलिए ब्लॉग के अनेक फायदें है जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है।
अभिव्यक्ति की आजादी
आप ब्लॉग के माध्यम से खुद के व्यक्तिगत विचार किसी भी टॉपिक पर व्यक्त कर सकते है। आपको कोई रोकने वाला नहीं है।
ना ही आपके ऊपर किसी का नियंत्रण है कि आप सिर्फ इन मापदण्डों को ध्यान में रखकर लिखें। क्योंकि यहां कोई संपादक आपको ऑर्डर नहीं देने वाला है।
इसलिए ब्लॉग का सहारा लेकर सामान्य लोगों के अलावा जर्नलिस्ट, राजनेता, सोशल एक्टिविस्ट, स्टुडेंट्स अपनी बातें शेयर कर रहे है।
जिन बातों को आप अखबार, पत्रिका, न्यूज साईट पर नहीं लिख सकते है उन बातों की आप यहाँ खुलकर अभिव्यक्ति कर सकते है।
पैसा कमाने का साधन
ब्लॉग पैसा कमाने का नया साधन बन गया है. जैसा हमने ऊपर बताया कि सैंकडों-हजारों लोग अपनी आजिवीका के लिए ब्लॉगिंग कर रहे है।
यह बिल्कुल सच है। क्योंकि ब्लॉगिंग में पैसा बनाने की अपार क्षमता है। बस इसे सही तरह और सही दिशा में इस्तेमाल करने वाला ब्लॉगर चाहिए।
कॉलेज छात्र पार्ट टाईम ब्लॉगिंग के माध्यम से अपनी कॉलेज की फीस का इंतजाम कर रहे है, ऑफिस में काम करने वाले कामगार इसके जरिए अतिरिक्त पैसा कमा रहे है।
फोटोग्राफर, ग्राफिक डिजाइनर, गायक, नृतक, वेब डिजाइनर आदि पेशेवर लोग अपना कौशल बांट रहे है। कार्पोरेट्स के साथ एफिलियेट करके कमीशन कमा रहे है।
लोकप्रियता
इंटरनेट रातों-रात सेलिब्रिटी बनने का टूल भी साबित हो सकता है. आप एक ही दिन में लाखों-करोडों लोगों तक अपनी बात पहुँचाकर उन्हे प्रभावित कर सकते है और खुद की लोकप्रियता बढा सकते है। हजारों लोग ब्लॉग लिखकर इंटरनेट सेलिब्रिटी बन गए है और बन रहे है।
जो आज अपने ब्लॉग के कारण देशभर में लोकप्रिय हो पाए। अंग्रेजी ब्लॉगर तो अंतरराष्ट्रीय स्तर तक लोकप्रियता का ग्राफ ले गए है।
लेखन में निखार
यदि आप लेखक बनने की सोच रहे है तो आज ही ब्लॉगिंग शुरु कर दीजिए क्योंकि इससे बढ़िया गुरु आपको नहीं मिल सकता है।
ब्लॉगिंग में आपके लेखन के आधार पर ही आपके पाठक जुडते है. इसलिए आप खुद अनुमान लगा सकते है कि किस प्रकार का लेखन पाठकों को पसंद आता है और किन तरीकों से इन्हे जोडा जा सकता है।
यदि पाठक आपसे जुडाव महसूस कर रहे है तो इसका मतलब आप अपने लेखन से उनकी समस्या का समाधान कर सकते है। इसलिए लेखन का व्यावहारिक प्रशिक्षण हाथों हाथ मिलता रहता है।
पर्सनल ब्रांड बनाने का तरीका
आपके अंदर कोई हुनर है और आपकी पहचान इस हुनर से हो तो आप ब्लॉगिंग को अपना माध्यम चुन सकते है।क्योंकि इंटरनेट की पहुँच लाखों करोडों लोगों तक है।
इसलिए आप कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुँच पाते है। यहाँ पर अपने कौशल को लोगों को सीखा सकते है, अपने नए कामों के बारे में जानकारी दे सकते है।
दूसरों की मदद करना
ब्लॉग के द्वारा आप लोगों की मदद भी कर सकते है। कैसे? हम बताते है जरा सोचिए आपका दोस्त भारत घूमने की योजना बना रहा है आपसे पूछ रहा है कि भारत कैसा देश है?
वहां का मौसम, लोग, वेशभूषा, खाना, भाषा, संस्कृति आदि के बारे में आपने उसे इंटरनेट के माध्यम से अवगत करा दिया. आप इसे क्या कहेंगे? हुई ना मदद तो लोग इसी प्रकार अपना हुनर बांटकर लोगों का जीवन आसान कर रहे है।
नॉलेज प्राप्त करने के लिए
ब्लॉग लिखने के लिए आपको विषय की गहराई में जाना पड़ता है और शोध करते समय आप नए-नए आयामों से एक टॉपिक पर सोच पाते है।
क्योंकि अलग-अलग लोगों की भिन्न अभिव्यक्ति पढ़ने को मिलती है। इसलिए किसी विषय में विषेशज्ञ बनना चाहते है तो ब्लॉगिंग से आप ये जरूर बन सकते है।
Blogging क्या है ?
अब आपको पता है की ब्लॉग क्या होता है। ब्लॉगिंग वह कार्य है जिसमे आप अपने ब्लॉग पर लगातार पोस्ट डालते हैं। मतलब की , मान लीजिये आपकी कोई वेबसाइट है।
अर्थात ब्लॉग है और आप उसके ऊपर लगातार पोस्ट डालते हैं। तो इसका मतलब है की आप ब्लॉगिंग कर रहे हैं।
ब्लॉगिंग करने के लिए कोडिंग की जरूरत बिलकुल नहीं है।
उदाहरण के लिए :-
हम अपनी वेबसाइट पर लगातार पोस्ट डालते रहते हैं। मतलब की हम ब्लॉगिंग कर रहे हैं।
Blogging शुरू कैसे करें ?
दोस्तों ब्लॉगिंग शुरू करने के लिए आपको ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं होती। बस आपको थोड़ा ज्ञान होना चाहिए की आप अपने ब्लॉग को , दुनिया के सामने बेहतरीन तरीके से कैसे ला सकते हैं। वो तरीके में आपको आगे बताऊंगा। जिसके माध्यम से आप गूगल में रैंक कर सकते हैं। और अपना कंटेंट लोगों तक पंहुचा सकते हैं।
ब्लॉग शुरू करने के लिए दो चीज़ों की आवश्यकता होती है।
पहला है डोमेन और दूसरा है होस्टिंग।
Domain क्या है ?
- डोमेन होता है दोस्तों आपके ब्लॉग का नाम जैसे हमारी वेबसाइट का नाम है techacademypro.in।
- इसमें जो Tech Academy Pro है वह ही डोमेन या डोमेन नाम होता है।
- डोमेन मुफ्त में भी मिलता है और पैसे में भी | यह आपकी आवश्यकता पर निर्भर करता है की आपको कोनसा चाहिए।
- अगर आपको ऑनलाइन अपनी पहचान बनाने है तो आपको खुद का एक डोमेन नेम जरूर होना चाहिए।
होस्टिंग क्या है ?
होस्टिंग वह प्लेटफार्म होता है जहाँ आपका डाटा स्टोर होता है। मतलब की जब आप कोई भी काम ब्लॉग पर अपने करते हैं तो , वह सब होस्टिंग में स्टोर होता है। होस्टिंग भी मुफ्त में मिलती है और पैसे में भी।
फ्री वाली होस्टिंग में आप बंधे हुए होते हैं। और पैसे वाले होस्टिंग में आप जो चाहे वो कर सकते हैं अपने ब्लॉग पर।
ब्लॉगिंग दो तरीके से शुरू की जा सकती है। एक तो आप मुफ्त में शुरू कर सकते हैं सीखने के लिए । और दूसरा जब आप सीख जाएं तो पैसे देकर एक डोमेन और होस्टिंग ले सकते हैं।
मुफ्त में ब्लॉगिंग कैसे शुरू करें ?
दोस्तों बहुत सारे तरीके हैं फ्री में ब्लॉग शुरू करने के वह सारे तरीके में आपको नीचे बताने जा रहा हूँ :-
1. Blogger.com
Blogger.com पर जाकर आप मुफ्त में ब्लॉग शुरू कर सकते हैं। ये एक ऐसा प्लेटफार्म है जो दुनिया भर में सबसे ज्यादा मशहूर है। यहाँ पर बहुत आसानी से ब्लॉग बनाया जा सकता है।
और कुछ मिनट में ही काम स्टार्ट किया जा सकता है। यहाँ से भी आप पैसे कमा सकते हैं। जब आपका ब्लॉग लोगों द्वारा पसंद किया जाने लगे और लोग आपकी वेबसाइट पर खूब मात्रा में आने लगे।
तब google adsense का कोड लगाकर पैसे कमा सकते हैं।
2. WordPress.com
WordPress.com भी बहुत जाना माना है ब्लॉगिंग की दुनिया में। यहाँ पर भी आप ब्लॉगर डॉट कॉम की तरह आसानी से ब्लॉग बना सकते हैं।
बस फर्क इतना है की यह आपको पैसे कमाने की इज़ाज़त नहीं देता अपने एड्स लगाकर। इसी कारण ये थोड़ा काम इस्तेमाल किया जाता है।
लेकिन इसमें खासियत भी बहुत है। इसमें आपको बहुत अचे अचे themes मिल जाते हैं जो और जगह नहीं मिलते।
3. tumblr.com
tumblr.comभी आज कल बहुत चर्चा में है। यहाँ पर भी फ्री में blogging की जा सकती है। और आप अपने ब्लॉग को दुनिया के सामने अच्छे तरीके से ला सकते हैं।
4. Weebly.com
Weebly.com पर भी ब्लॉगिंग मुफ्त में शुरू कर सकते हैं। वह भी आसानी से। यहाँ पर आपको drag and drop की सुविधा मिलती है। जिससे आप अपने वेबसाइट या ब्लॉग को खूबसूरत बना सकते हैं।
5. Medium.com
Medium.com यहाँ पर भी आप फ्री में ब्लॉगिंग कर सकते हैं। यहाँ पर आपको ज्यादा लोगों तक आसानी से पहुंचने का मौका मिलता है। और यहाँ पर अभी उतने लोग भी नहीं। अगर आप शुरू करें तो जल्दी famous हो सकते हैं।
आपको इनमे से किसी पर अपना अकाउंट बना लेना है।
और फिर आपको यहां पर अपने नॉलेज के अनुसार जो आपको अच्छे से आता है।
वह सब ब्लॉग के माध्यम से लोगों को बताना और उन तक पहुंचना है।
ब्लॉगिंग से पैसा कैसे कमाते हैं ?
ब्लॉगिंग करके पैसा कमाने के बहुत सारे तरीके हैं। पर नीचे में आपको वो तरीके बताने जा रहा हूँ जो बहुत आसान है। जिस तरीके का इस्तेमाल करके लोग खूब पैसा कमा रहे हैं।
1. एडसेंस एड्स लगाकर पैसा कमाएं
अगर आपका ब्लॉग एक अच्छी ऊंचाई पर पहुंच जाए। मतलब की रोज के 100 visitor आने लग जाएं। तब आप एडसेंस एड्स का इस्तेमाल करके खूब पैसा कमा सकते हैं।
आपको एडसेंस की वेबसाइट पर जाकर अपना अकाउंट बना लेना होगा। और फिर आपको वह एक कोड दिया जाएगा जो आपको अपनी वेबसाइट में लगाना होता है। और उसके बाद पैसा कामना शुरू कर देंगे अपने ब्लॉग से।
2. Affiliate marketing के द्वारा पैसा कमाएं
एफिलिएट मार्केटिंग का इस्तेमाल करके लोग लाखों रूपए कमा रहे हैं। अगर आप अपने ब्लॉग पर किसी product का review देते हैं तो आप एफिलिएट मार्केटिंग द्वारा खूब पैसे कमा सकते हैं।
इसमें आपको बस इतना करना होता है की आपको amazon snapdeal ऐसी किसी वेबसाइट से प्रोडक्ट का लिंक उठा के अपने ब्लॉग पर डालना होता है। जब लोग आपके लिंक के द्वारा product खरीदेंगे तो आपको उसकी commission मिलेंगी।
3. अपना खुद का डिजिटल प्रोडक्ट बेचें
हां अपने सही पढ़ा। आप अपना खुद का डिजिटल प्रोडक्ट जैसे की E-books बनाकर बेच सकते हैं। और ये बहुत आसान और अच्छा तरीका होता है।
अपने ब्लॉग स पैसे कमाने का आप अपनी amazon.com पर डालकर। उसको खरीदने वाली लिंक अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पर दाल दें। इससे बहुत कमाई होती है।
4. अन्य तरीके
आप अपने ब्लॉग का इस्तेमाल करके , लोगों को अपने यूट्यूब चैनल पर भेज सकते हैं।
और फिर आप youtube से भी पैसा कमा सकते हैं।
आप अपना एंड्राइड एप्प भी बनाकर लोगो से डाउनलोड करवा सकते हैं।
ब्लॉगिंग से कितना पैसा कमा सकते हैं ?
ब्लॉगिंग से अथाह पैसा कमाया जा सकता है। ये सब आपके ब्लॉग के टॉपिक पर निर्भर करता है। अगर आपका एक टेक्निकल ब्लॉग है।
तो उसके माध्यम से बहुत पैसा कमाना संभव है। अगर टेक्निकल ब्लॉग Hindi में लिख सकते हैं तो यकीं मानिये।अगर आपके 1000 visitor भी आने लगे आपके ब्लॉग पर रोज के।
तो आप आराम से 1 लाख से ऊपर कमा सकते हैं। एक और बात जो पैसे में अंतर लाती है। वो ये है की आपका ट्रैफिक कहाँ से आ रहा है।
अगर आपके ब्लॉग पर visitor बहार के देशों से आ रहे हैं तो आपकी कमाई यहाँ के visitors के मुकब्ले 10 – 20 गुना ज्यादा होगी।
किन बातों का रखें ध्यान ब्लॉगिंग के दौरान ?
ब्लॉगिंग करना बहुत मेहनत का काम है। आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है। ब्लॉगिंग करते वक़्त।
कुछ बातें में नीचे आपको बताने जा रहा हूँ
1. कभी भी किसी और का ब्लॉग कॉपी पेस्ट न करें। गूगल बहुत होशियार है और आपकी ये चालाकी बहुत आराम से समझ लेगा और आपका ब्लॉग कभी लोगों तक नहीं पहुंचेगा।
2. ब्लॉगिंग करने से पहले अपना उद्देश्य समझ लें।
- मतलब की आप क्यों कर रहे हैं ?
- किसके लिए लिख रहे हैं ?
- क्या उसको फायदा होगा जो इसे पढ़ने आएगा ?
अगर सबका जवाब मिल जाय तो ब्लॉगिंग शुरू कर दीजिये।
3. कभी भी अपने Main टॉपिक को न छोड़ें एक बात सदैव याद रखें की जिस टॉपिक पर आपने वेबसाइट बनाई है । बस उसी टॉपिक से रिलेटेड पोस्ट डालें।
4. लगातार पोस्ट डालते रहे और हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते रहे। आप यूट्यूब पर जाकर कुछ भी सीख सकते है। उसका इस्तेमाल करें। और जो सीखना चाहते हैं सब सीख लें। ये आपको हिमत देगा बड़े बड़े ब्लोगेर्स से टकराने की। और ब्लॉगिंग भी निरंतर सीखते रहने का ही नाम है।
5. किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट को कम से कम पांच से छह महीने लगते हैं विकसित होने में। इसलिए धैर्य बलकुल न खोए अगर आप के वेबसाइट पर लोग नहीं आ रहे हैं तो आपको बस मेहनत जारी रखनी है। लगातार ब्लॉगिंग करते रेहनी है।
ब्लॉगिंग करने के क्या फायदे हैं ?
दोस्तों ब्लॉगिंग करने के बहुत सारे फायदे :-
- ब्लॉगिंग करने से आपको अपने फील्ड में महारत हासिल होती है । मतलब की आप अपने फील्ड में और मजबूत ज्ञान पाते हैं ।
- आपको अपने विचार और अच्छे से प्रकट करने की शैली आती है ।
- आप बहुत सारे पैसे कमा सकते हैं । अगर आप बहुत सारे लोगों तक अपना ब्लॉग पहुंचा पाए । और Google में अपनी वेबसाइट या ब्लॉग रैंक करवा पाए ।
- आपको ब्लॉगिंग करने से सबसे बड़ा फायदा यह होता है। कि दुनिया भर में लोग आपको जानते हैं ।
- अगर आप लोगों को अपनी बातों से खुश कर पाए तो आपका नाम अपने आप ही हर जगह फैलने लगता है ।
Important tips related to blogging
- दुनिया में कुछ भी मुश्किल नहीं है और साथ ही साथ कुछ आसान भी नहीं है।
- बस जिसके मन में जज़्बा होता है। कुछ कर दिखने का वो मुश्किल को भी आसन बना देते हैं।
- बस ब्लॉगिंग करने के लिए भी वही जज़्बा चाहिए। अगर आपमें जज़्बे हिम्मत और सहनशीलता की कमी है।
- तो आप कभी भी ब्लॉगिंग में सफलता नहीं पा सकते।
Best Blogging Platforms
ब्लॉग बनाने के लिए आजकल कई ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स उपलब्ध है जिनके द्वारा आप एक शानदार और गुड लुकिंग ब्लॉग मिनटों में बना सकते है।
हम यहाँ सभी ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स के बारे में तो नहीं बता रहे है मगर कुछ लोकप्रिय ब्लॉगिंग टूल्स की जानकारी दे रहे है। जिनकी मदद से आप भी एक ब्लॉग सेटअप आसानी से कर सकते है।
- Blogger
- WordPress
- Wix
- Meduim
- Tumblr
- Squarespace
- Weebly
- Ghost
- LiveJournal
- Typepad
- Quora
Blogger.com
Blogger, गूगल का एक मुफ्त ब्लॉगिंग टूल है जिसकी सहायता से आप 0 रुपया निवेश करके अपना ब्लॉग़ शुरु कर सकते है।
इस टूल के द्वारा आपको सिर्फ डोमेन नेम के लिए पैसा खर्च करना पडता है (अगर आप कस्टम डोमेन इस्तेमाल करेंग केवल तब). बाकि होस्टिंग़, एसएसएल आदि के लिए एक भी रुपया खर्च नहीं करना है।
इसके साथ ही ब्लॉग़र ब्लॉग़ को आप आसानी से एडसेंस से मॉनिटाईज भी करवा सकते है। मगर कस्टमाईजेशन में आपको थोडा एडजस्ट करके चलना पडता है।
WordPress
वर्डप्रेस भी ब्लॉग़र की तरफ एक मुफ्त ब्लॉगिंग़ टूल है जिसके द्वारा आप पूर्ण नियंत्रण वाला ब्लॉग मिनटों में बना सकते है।
जी हां इस प्लैटफॉर्म के जरिए आप 100 प्रतिशत आपके अनुसार काम करने वाला ब्लॉग तैयार कर सकते है।पर्सनल ब्लॉग से लेकर कॉर्पोरेट्स भी इस टूल का इस्तेमाल करके अपनी बिजनेस वेबसाईटे लॉच कर रहे है।
वर्डप्रेस आज एक तिहाई वेबसाईटों का इंजन है। इसके द्वारा आप फुल कस्टमाईजेशन सुविधा के साथ मुफ्त थीम्स भी प्राप्त कर सकते है। और अतिरिक्त फीचर जोडने के लिए प्लगइन काम में ले सकते है।
मगर, इस प्लैटफॉर्म पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको डोमेन नेम के साथ होस्टिंग खर्चा, एसएसएल सर्टिफिकेट, थीम्स & प्लगइंस (यदि पैड वर्जन है तब) आदि के लिए पैसा खर्च करना पडता है।
वर्डप्रेस के दो संस्करण है। एक WordPress.org और दूसरा WordPress.com. हमने यहाँ पहले वाले यानि WordPress.org की बात की है। यह बिल्कुल मुफ्त है मगर दूसरा वाला प्रिमियम संस्करण है जिसके लिए आपको शुल्क देना पडेगा।
Wix
यदि आप तकनीक के काम जानकार है और बढिया डिजाइन वाला ब्लॉग बनाना चाहते है तो तो विक्स (wix.com) आपकी मदद कर सकता है।
विक्स के साईट बिल्डर की सहायता से आप बिना कोडिंग़ के एक पर्सनल ब्लॉग, बिजनेस वेबसाईट, ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म आदि डिजाइन कर सकते है।
मगर इस टूल के साथ दिक्कत सिर्फ पैसे की आती है आप कस्टम डोमेन तो लगा सकते है। लेकिन, इसके लिए आपको हर महिने कुछ शुल्क अदा करना पडेगा।
तभी आप गूगल एनालिटिक्स कोड लगा सकते है, विक्स ब्रैडिंग लॉगो हटा सकते है।
Medium
अगर आप सिर्फ अपने विचार लोगों तक पहुँचाना चाहते है तो मीडियम (medium.com)आपके लिए परफेक्ट चॉइस होगी। क्योंकि आपको कुछ भी सेट करने की जरूरत नहीं है। बस मीडियम अकाउंट बना कर ब्लॉगिंग शुरु कर सकते है।
Tumblr
टम्बलर भी एक अन्य लोकप्रिय ब्लॉगिंग, माइक्रोब्लॉगिंग तथा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म है। जिसके द्वारा आप खुद का ब्लॉग बना सकते है. मगर, इसके ऊपर आपको पूर्ण नियत्रंण नहीं मिलता।
Squarespace
Squarespace भी एक और साईट बिल्डिंग टूल है जिसके द्वारा आप कोडिंग जाने बगैर ब्लॉग बना सकते है और उसे उपलब्ध थीम्स को कस्टमाइज करके अपने अनुसार सजा भी सकते है। इस प्लैटफॉर्म पर आप ई-कॉमर्स स्टोरफ्रंट भी शुरु कर सकते है।
Weebly
Weebly.com भी विक्स के जैसा वेबसाईट बिल्डर टूल है जिसकी सहायता से आप खुद का फ्री ब्लॉग (weebly Suddomain) बना सकते है।
मगर डोमेन नेम जोडने के लिए आपको प्रिमियम प्लान खरीदना पडेगा। तभी आप कस्टम डोमेन एड कर पायेंग़े।
Ghost
यदि आपके पास अतिरिक्त पैसा है और प्रिमियम सर्विस का अतिरिक्त बजट झेल सकते है तब घोस्ट आपके लिए ही है।
नहीं तो आप वर्डप्रेस पर टिके रहे और उसी का उपयोग करें क्योंकि यह भी वर्डप्रेस जैसी ही एक सेवा है। जिसे आप अपने सर्वर पर इन्स्टॉल करके साईट बना सकते है।
लेकिन इसकी दिक्कत यह है कि यह सिर्फ VPN Hosting पर ही काम करती है। इसके नीचे इसे इंस्टॉल करना पांव पर छूरी गिराने जैसा अनुभव है।
LiveJournal
लाईव जर्नल एक ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म तथा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का मिश्रण है। जिसके द्वारा आप सामान्य फीचर वाला ब्लॉग़ बनाकर अपने जैसे और लोगों से जुड सकते है।
उन्हे प्राईवेट मैसेज भेज सकते है, अपनी कम्युनीटि बना सकते है। यदि आप इमेज अपलोड करना चाहते या फिर कुछ अतिरिक्त फीचर जोडना चाहते है तो जेब खाली करने के लिए तैयार रहे।
TypePad
TypePad भी वर्डप्रस के सेल्फ होस्टेट वर्जन तथा घोस्ट की तरफ एक शुद्ध ब्लॉग़िंग प्लैटफॉर्म है। जिसके द्वारा आप खुद का ब्लॉग शुरु कर सकते है। मगर इसके लिए आपको शुरू से ही पैसा देना पडेगा क्योंकि यह खैरात नहीं बांटते मतलब मुफ्त प्लान नहीं है।
Quora Blog
आपने सही पढ़ा. आप Quora.com पर भी ब्लॉग बना सकते है। वैसे तो कोरा एक सवाल-जवाब वेबसाईट है। मगर कोरा पर भी खुद का ब्लॉग़ बनाया जा सकता है। जो blogname.quora.com कुछ इस प्रकार नजर आएगा और अधिकतर फ्री ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स फ्री प्लान में सब-डोमेन ही ऑफर करते है।
Social Media Platforms
आप सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भी ब्लॉगिंग कर सकते है। ट्वीटर माइक्रोब्लॉगिंग के लिए जानामाना नाम है। फेसबुक, लिन्क्डइन आदि के द्वारा भी अपने विचार लोगों तक व्यक्त किये जा सकते है।
और इन प्लैटफॉर्म्स की खास बात यह है आपको एक भी रुपया खर्च नहीं करना है। मगर, आप सोशल मीडिया कंटेट को मॉनिटाईन नहीं करवा सकते है।
और इसका नियत्रंण भी आपके हाथ में नहीं होता। इसलिए सिर्फ लोगों से जुडने के मकसद से ही यहाँ ब्लॉगिंग शुरु करें। अन्यथा समय बेकार ना ही करें तो बेहतर है।
आपने क्या सीखा?
इस लेख में हमने आपको ब्लॉग के बारे में पूरी जानकारी दी है। आपने जाना कि ब्लॉग क्या होता है। ब्लॉग कैसे बनाते है? ब्लॉग का इतिहास और प्रकार साथ ही आपने जाना कि ब्लॉग़ बनाने के लिए बेस्ट ब्लॉगिंग़ प्लैटफॉर्म्स कौनसे है। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।