कैसे हैं दोस्तों? आज हम आपको Blogger Settings के बारे में विस्तृत तरीके से बताएंगे, हर एक पॉइंट को अच्छे से समझाएंगे।
इसके पहले हमने Blogger में Blog कैसे बनाते है उसकी सारी जानकारी स्टेप बाय स्टेप आपको समझाया था। अगर आपने अभी तक Blog कैसे बनाते हैं नहीं देखा, तो अभी जाकर हमारा आर्टिकल देख ले।
उस आर्टिकल में हमने Blog Settings के ऑप्शन को पूरी तरीके से नहीं समझा था। हमने आपसे यह वादा किया था कि आपके लिए Settings का एक अलग से आर्टिकल लेकर आएंगे, जिसमें Settings के हर बारीकी चीजों को समझाएंगे।
इसीलिए यह आर्टिकल हमने आपके लिए तैयार किया है। इस आर्टिकल में हम लोग मुख्य रूप से Blogger के Settings ऑप्शनऔर उसकी हर एक छोटी छोटी चीजों को जानेंगे।
तो ज्यादा बात ना करते हुए सीधे चलते हैं Blogger Settings ऑप्शन पर।
Blogger Settings
Blogger की Settings ओपन करने के लिए आपको लेफ्ट हैंड साइड में नीचे की तरफ Settings का ऑप्शन मिल जाता है जहां पर आप क्लिक करके Settings के अंदर जा सकते हैं।
अब यहां पर एक ही चीज को समझते जाते हैं, कि वह क्या है? और उसका काम क्या है? किस प्रकार उसका उपयोग करते हैं?
Basic Settings
सबसे पहला ऑप्शन मिलता है Basic Settings का, इसका नाम Basic Settings है, लेकिन इसकी जरूरत बहुत ज्यादा होती है और इसको सही तरीके से उपयोग भी करना चाहिए।
1. Title
Title में अपने Blog का जो भी नाम देना है वह आप यहां पर दे सकते हैं, वैसे जब Blog बनाते हैं उसी टाइम पर नाम दिया जाता है।
लेकिन मान लीजिए कि अगर आपको Blog कर नाम चेंज करना है तो आप यहां से Blog कर नाम दे सकते हैं।
Blog का नाम हमेशा न तो बहुत बड़ा न ही बहुत छोटा, एक मीडियम साइज का नाम दे सकते हैं जो कि SEO के लिए भी अच्छा होता है।
2. Description
Description में अपने Blog के बारे में लिखना होता है, कि आपका Blog किस पर आधारित है, उसमें लोगों को क्या मिलने वाला है।
या इस तरीके से जिससे आप अपने Blog को लोगों के सामने प्रस्तुत कर पाए और लोग जान पाए कि आपका Blog किस पर आधारित है।
वैसे Description में भी आप बहुत ज्यादा मत डाले अगर आप 200 शब्द तक डालते हैं तो यह SEO के लिए अच्छा होता है।
3.Blog language
यहां पर आप Blog के लिए भाषा पसंद कर सकते हैं।
आप जिस भी भाषा में अपने Blog मैं काम करना चाहते हैं वह भाषा आप यहां से सेलेक्ट कर सकते हैं।
4. Adult content
एडल्ट Content का मतलब होता है अश्लील चीजें। इस बात का हमेशा ध्यान रखिए कि आप कोई भी अश्लील चीजें अपने Blog पर न डालें, ऐसे में आपका Blog बंद हो सकता है।
और अगर बंद ना भी हो तो उसमें आप Google AdSense से इनकम नहीं कर सकते। तो जब इनकम ही नहीं कर सकते तो ऐसी चीजें डालने का कोई मतलब नहीं होता है।
हमेशा इस ऑप्शन को OFF ही करके रखें, यहां OFF का मतलब आपको सामने जो दो ऑप्शन दिख रहे हैं इसे ऐसे ही रहने दे ( फोटो में देखें) ।
5. Google Analytics property ID
यहां पर आप Google Analytics का कोड डाल सकते हैं, जिससे आप अपने Blog का एनालिसिस कर सकते हैं अर्थात उसकी स्टेटस देख सकते हैं।
आपको शायद यह लग रहा होगा कि यह Google Analytics क्या है? इसका काम क्या है? और इसका कोड आपको कहां मिलेगा?
तो दोस्तों जैसा कि हम लोग अभी सिर्फ Settings के बारे में बात कर रहे हैं तो Google Analytics पर हम एक अलग से आर्टिकल बनाएंगे जिसमें इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे, आप इसको अच्छे से समझ पाएंगे।
6. Favicon
आपको यह बता दे कि आखिर Favicon होता क्या है?
अगर आपने ध्यान से देखा होगा जब भी हम कोई वेबसाइट ओपन करते हैं या Blog ओपन करते हैं, तो ब्राउज़र के टैब पर Blog के नाम के बाजू में एक आइकन बना हुआ रहता है इसे ही Favicon कहा जाता है।
यहां से आप अपने Blog के लिए Favicon जोड़ सकते हैं, ताकि जब भी कोई आपका Blog खोले तो उन्हें आपके Blog का आइकन दिखे।
इसके लिए आपको Favicon ऑप्शन पर क्लिक करना होता है, आपके सामने एक पेज खुल जाएगा जहां पर अपलोड बटन में क्लिक करके आप अपना Favicon अपलोड कर सकते हैं।
ध्यान रखिएगा आपके Favicon का साइज 32×32 pixels, PNG फॉर्मेट में हो और 100KB से कम हो।
अगर आपको Favicon बनाना नहीं आता है तो कोई बात नहीं, आप इस वेबसाइट का उपयोग करके फ्री में Favicon बना सकते हैं।
दोस्तों यहां तक आप लोगों ने Basic Settings के बारे में जान लिए हैं, अब आगे बढ़ते हैं।
Privacy Setting
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण Settings है इसका उपयोग अगर आपने गलत तरीके से कर लिया तो आपका Blog कोई भी Search Engine पर सर्च नहीं होगा।
और ऐसे Blog का कोई महत्व ही नहीं है जो Search Engine में सर्च ही ना हो। क्योंकि अगर सर्च ही नहीं होगा तो लोग आपके Blog पर आएंगे नहीं और अगर लोग नहीं आएंगे तो आपका Blog ऐसे ही पड़ा रहेगा जिसका कोई मतलब ही नहीं बनता है।
असल में Privacy Setting मैं Blogger यह पूछता है कि आप अपने Blog को Search Engine में सर्च करवाना चाहते हैं कि नहीं। तो इसे हमेशा ON रखिएगा। चूंकि यह पहले से ON रहता है ( फोटो में देखिए) तो इसे छेड़ने की जरूरत नहीं है।
कई बार कुछ Blogger या फिर कुछ ऐसे लोग जो सिर्फ अपने Blog को कुछ गिने-चुने लोगों के साथ उसको शेयर करना चाहते हैं, वह लोग ज्यादातर इस ऑप्शन का उपयोग करते हैं।
हमारी पूरी तरह से सलाह यही है इसे आप OFF बिल्कुल ना करें, नहीं तो आपका Blog, Search Engine पर सर्च नहीं होगा।
Publishing Setting
अगर आपको अपने Blog का Url चेंज करना है यह आपके Blog में Custom domain लगाना है तो आपको इस Settings का उपयोग करना पड़ेगा।
Blog Address
Blog का Url चेंज करने के लिए Blog Address पर क्लिक करें।
सामने आपको एक Popup Window दिखेगा जिसमें आपको जो भी आप नया Url डालना चाहते हैं वहां पर डाल सकते हैं।
Custom domain
अगर आप Domain लगाना चाहते हैं तो आपको Custom domain पर क्लिक करना पड़ेगा और जो भी Custom domain सेट करना चाहते हैं उसे आपको यहाँ डालना है।
इसके बाद आपके सामने Custom domain सेट करने के कुछ डॉक्यूमेंटेशन दिखेगा जिसको को फॉलो करना है और अपना Domain सेट करना है।
HTTPS Setting
अभी के समय में HTTPS का बहुत बड़ा योगदान है, पहले सिर्फ HTTP चलता था लेकिन अभी HTTPS जरूरी हो गया है।
HTTPS का मतलब होता है कि आपकी वेबसाइट सिक्योर है इसीलिए HTTP के बाद S लगता है। इसे SSL (Secure Sockets Layer) सिक्योरिटी कहा जाता है ।
Blogger में आपको यह बिल्कुल फ्री में मिलता है, आप अगर Sub-Domain उपयोग कर रहे हैं तो भी आपको यह फ्री में मिलेगा और अगर आप Custom domain का उपयोग कर रहे हैं तो भी आपको यह फ्री में ही मिलेगा।
और ध्यान रखें इसे हमेशा आप ON रखें, इससे आपका Blog सुरक्षित रहेगा। साथ में आपके Blog पर आने वाले लोगों को यह मालूम रहेगा कि आपका Blog मैं SSL लगा हुआ है मतलब सुरक्षित है।
Permissions Setting
अब बात करते हैं Permissions Setting के बारे में, यहां पर आप अपने साथ दूसरे लोगों को भी अपने Blog में लिखने के लिए या आपके Blog को मैनेज करने के लिए अनुमति दे सकते हैं।
Blog admins and authors
Blog admins and authors पर आप देख सकते हैं कि अभी आपके Blog पर कितने लोग एडमिन या ऑथर के रूप में जुड़े हुए हैं।
यहां से आप उनका अनुमति भी चेंज कर सकते हैं और आप डिलीट भी कर सकते हैं।
Pending author invites
Pending author invites पर आप देख सकते हैं कि आप कितने लोगों को इनवाइट या आवेदन भेजे हैं जिनमें से कितना अभी भी बाकी है मतलब पेंडिंग है।
Invite more authors
Invite more authors के जरिए आप अपने Blog में और भी लोगों को काम करने के लिए जोड़ सकते हैं, आप उनको जो भी परमिशन देना चाहे वह दे सकते हैं।
जैसे मान लीजिए कि किसी को आपके Blog में लिखने के लिए रखना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको यहां से इनवाइट करना पड़ेगा तभी वह आपके Blog के साथ जुड़ सकता है।
Reader access
Reader access मैं आप कोई भी चेंज ना करें इसे हमेशा पब्लिक ही रहने दे।
नहीं तो आपका Blog हर कोई नहीं पढ़ पाएगा जो आपके लिए अच्छा नहीं होगा।
Posts Setting
Posts Settings के अंदर आप अपने Blog के पहले पेज पर कितने Posts दिखाना चाहते हैं वह यहां से सेट कर सकते हैं। वैसे यह काम आप लेआउट ऑप्शन में जाकर भी कर सकते हैं।
इसके साथ अगर आपको अपनी Post का जो टेंप्लेट है अर्थात डिजाइन है उसको चाहे तो चेंज कर सकते हैं। हमारी राय है कि ऐसा न करें। यहां पर बाकी जितने भी ऑप्शन दिख रहे हैं सबको ऐसे ही रहने दें।
Comments Setting
Comment Settings का उपयोग आप Comment सिस्टम को अपने हिसाब से सेट कर सकते हैं। जैसे आपके Blog में कौन Comment कर सकता है, Comment को ऑटोमेटिक Post होने दे या आप पहले उनको जांचें उसके बाद Post होने दे।
इस तरीके की Settings आप यहां से कर सकते हैं।
1. Comment location
Comment location के जरिए आप अपर Comment बॉक्स कैसा चाहते हैं और कहां पर चाहते हैं वह आप यहां से डिसाइड कर सकते हैं।
Comment location मैं क्लिक करने के बाद आपके सामने एक बॉक्स खुल जाएगा जिसमें कुछ ऑप्शन देखेंगे।
इनमें से जैसा आपको आपके Blog के हिसाब से चाहिए है उसमें क्लिक करने के बाद अप्लाई कर दे।
2. Who can comment?
Who can comment मैं आप किन्हें अपने Blog में Comment करने के लिए इजाजत देते हैं वह सेट कर सकते हैं।
3. Comment moderation
Comment moderation के जरिए आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके Blog पर जो भी Comment करते हैं उन्हें आप पहले जांचे या ऑटोमेटिक Post होने दे।
यह तीन तरीके से आप कमेंट पोस्ट सेट कर सकते हैं, 1) हमेशा जांचे फिर Post करें 2)कभी-कभी जांच और Post करें 3)ऑटोमेटेकली Post हो जाए।
4. Reader comment captcha
Reader comment captcha को हमेशा ON रखें इससे आपको ऑटोमेटिक या स्पैम मैसेज कम आएंगे।
5. Comment form message
Comment form message के जरिए आप Comment के फॉर्म में कोई मैसेज अगर डालना चाहते हैं, तो आप इसके जरिए वह मैसेज डालकर रख सकते हैं।
Email Setting
ईमेल Settings के अंदर आपको बहुत सारे ऑप्शन दिखेंगे पर हमारी सलाह यह है कि आप इनमें से किसी भी ऑप्शन पर कुछ न करें, जैसा है वैसा ही रहने दें।
Formatting Setting
इस फॉर्मेटिंग Settings के अंदर आप कुछ चीजें कर सकते हैं, जो आपके Blog के लिए जरूरी भी होता है।
1. Time zone
Time zone के जरिए आप अपने हिसाब से टाइम सेट कर सकते हैं।
अर्थात जिस जगह के या जिस देश के अनुसार आप अपने Blog का टाइम सेट करना चाहते हैं वह यहां से कर सकते हैं।
2. Date header format
Date header format का उपयोग करके आप डेट का फॉरमैट चेंज कर सकते हैं।
जैसा कि बाय डिफॉल्ट है – पहले दिन दिखता है, फिर महीना, फिर तारीख, फिर साल तो अगर आप अपने हिसाब से चेंज करना चाहते हैं तो यहां से कर सकते हैं।
ठीक इसी तरह Timestamp format और Comment timestamp format मैं भी आप टाइम दिखाने का जो फॉर्मेट होता है उसे चेंज कर सकते हैं।
Meta tags Setting
मेडिटेक Settings के अंदर आपको सिर्फ Enable search description दिखता है जोकि OFF किया हुआ रहता है।
इस Settings से आप अपने Blog का Description दे सकते हैं जो Search Engine के लिए जरूरी होता है।
हमारे अनुसार आप इसे ON कर ले और एक बढ़िया सा Description यहां पर लिख दे। यह Description आपके Blog को सर्च करने में महत्वपूर्ण योगदान रखता है।
Search Engine में इस Meta tags को रीड किया जाता है, इसमें ध्यान से और अपने Blog के अनुसार अच्छा सा Description डाल दे।
Errors and redirects Setting
अगर आपके Blog में कोई पेज ओपन नहीं हो रहा हो या आपको कोई पेज को दूसरे पेज के साथ रीडायरेक्ट करना हो, तब आप इस Settings का उपयोग कर सकते हैं।
1. Custom 404
आपने कई बार देखा होगा जब किसी Blog का कोई पेज या Post भी काम नहीं करता है तो 404 का एक पेज खुल जाता है।
ठीक वैसे ही आपको भी अपने Blog के लिए एक 404 पेज सेट करना होता है जो आप यहां से कर सकते हैं। यहां पर आप कोई नॉर्मल सा मैसेज भी दे सकते हैं, यह आप चाहे तो HTML का कोड भी डाल सकते हैं।
एक Blog के लिए 404 पेज होना बहुत जरूरी है ताकि जो भी यूजर किसी पेज को खोलना सके तो उसको यह मैसेज दिख जाए। Search Engine भी इस पेज का ध्यान रखता है।
2. Custom redirects
इस Settings के जरिए आप किसी भी पेज या Post को दूसरे किसी पेज या पेस्ट के साथ रीडायरेक्ट कर सकते हैं।
मान लीजिए कि आपको आपका होम पेज किसी और पेज के साथ रीडायरेक्ट करना हो मतलब जब भी कोई आपका Blog ओपन करें तो वह सीधा उस पेज में चला जाए जिस पेज में आप ने Redirect किया है।
इस Settings का उपयोग करके आप यह काम कर सकते हैं।
Crawlers and indexing Setting
यह Settings बहुत जरूरी और बहुत ही सेंसिटिव है इसीलिए बिना जानकारी के इस Settings में कोई छेड़छाड़ न करें। इस Settings के जरिए आपके वेबसाइट को Search Engine Optimization करने में मदद मिलती है।
हमारे SEO Post के अंदर इस बारे में अच्छे से बताया गया है, पहले इनके बारे में जान लीजिए फिर उसके बाद इन ऑप्शनों का उपयोग करें।
यहां पर आप एक काम कर सकते हैं Google Search Console मैं जाकर अपने Blog को Google में ऐड कर सकते हैं।
Monetisation Setting
यह Settings इनकम से जुड़ा हुआ है, अगर आप Google AdSense का उपयोग करते हैं या कोई अन्य माध्यम से अपने Blog पर विज्ञापन दिखाकर पैसे कमाते हैं तो उसकी जानकारी आपको ads.txt के माध्यम से देना पड़ता है।
इसके लिए आपको Enable custom ads.txt ऑप्शन को ON करना पड़ता है।
फिर Google AdSense या विज्ञापन दिखाने के लिए जिस प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं उसका ads.txt डिटेल यहां पर डालना होता है।
हर विज्ञापन कंपनी का अलग ads.txt होता है जो उन्हीं कंपनी के जरिए आपको मिलता है।
अगर आप Google AdSense का उपयोग करते हैं तो यहां पर आपको अपने AdSense का Account Details भी दिखता है।
Manage blog Setting
इस Settings के जरिए आप अपने Blog को कई तरीके से मैनेज कर सकते हैं, Blog का बैकअप बनाना, बैकअप बनाए हुए डाटा को इंपोर्ट करना, अपने Blog के वीडियोस को मैनेज करना या फिर अपने Blog को डिलीट करना।
यह सारे काम आप इस Settings के अंदर कर सकते हैं।
1. Import content
इस Settings का उपयोग करके पुराने बैकअप किया हुआ Content को दोबारा अपने Blog पर इंपोर्ट कर सकते हैं।
2. Back up content
इस Settings के जरिए आप अपने Blog के सारे Content को बैकअप करके रख सकते हैं। इससे आपके सारे Content सुरक्षित रहते हैं कभी अगर कोई असुविधा होती है तो उस Content का उपयोग कर सकते हैं।
वैसे भी बीच बीच में आपको अपने Blog का बैकअप बना कर रख लेना चाहिए।
3. Videos from your blog
इस Settings के लिए दिए आप अपने Blog के अंदर के वीडियो को मैनेज कर सकते हैं।
4. Remove your blog
इससे सब समझ ही गए होंगे, इस सेटिंग के जरिए आप अपने Blog को डिलीट कर सकते हैं।
इसकी जरूरत न पड़े तो ही अच्छा है। लेकिन मान लीजिए कभी अगर किसी कारणवश डिलीट करना होता है तो आप यहां से डिलीट कर सकते हैं।
Site feed Setting
यह एक महत्वपूर्ण Settings है पर बिना जानकारी के इसमें चेंज नहीं करना चाहिए। यह मुख्य तौर पर RSS अर्थात Really Simple Syndication or Rich Site Summary पर काम करता है।
जो आपके Blog के Post को अपडेट रखता है। अभी फिलहाल आपको RSS Feed के बारे में ज्यादा न बताते हुए हम यही कहेंगे कि इसे ऐसे ही रहने दें। इसमें कोई परिवर्तन करने की जरूरत नहीं है।
General Setting
यह Blogger का अंतिम सेटिंग होता है, की Settings के अंतर्गत आप अपना प्रोफाइल मैनेज कर सकते हैं। इसमें या तो Blogger के जो पहले से दिए हुए Draft का उपयोग कर सकते हैं या अपना प्रोफाइल सेट कर सकते हैं।
User profile के अंदर जैसे ही आप जाते हैं तो आपको काफी सारे ऑप्शन देखने को मिलता है, इनमें से आपको सिर्फ उसी ऑप्शन को सिलेक्ट करना है जो आप अपने प्रोफाइल में दिखाना चाहते हैं।
तो दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको Blogger Settings ऑप्शन को पहले से लेकर आखिरी तक बताया है । जिन Settings का उपयोग आपको करना चाहिए और कैसे करना है वह हमने बताया है।
कुछ Settings ऐसे हैं जिनको चेंज करने की जरूरत नहीं पड़ती है वह पहले से ही सेट रहते हैं। बाद में जब आप अपने काम में माहिर हो जाएंगे तो इसको भी आप अपने हिसाब से सेट कर सकते हैं।
Blogger Settings ऑप्शन बहुत ही जरूरी और महत्वपूर्ण है , इसी कारण यह पूरा आर्टिकल Settings के ही आधार पर बनाया गया है।
आशा करते हैं आप लोगों को Blogger Settings ऑप्शन अच्छे से समझ में आ गया होगा। अगर आपको कोई प्रश्न पूछना है तो हमें Comment करके जरूर बताएं।
और अगर हमारा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा और अगर आपके काम आया हो तो जरूर दूसरों के साथ शेयर करें और हमारे और भी आर्टिकलओं को देखे और अपना मत प्रदान करें। धन्यवाद।
मैंने कुछ विडियोज देख कर ब्लॉगिंग शुरू की थी लेकिन वो काम नहीं कर रही है मैं उसने अपडेट करना चाहती हूं पर कर नही पा रही क्या आप बता सकते है पुराने ब्लॉग को अपडेट कर फिर से कैसे पोस्ट करूं कृपया मुझे बताएं
You have said in comment setting number 5 for message that you can put any message in it, but you have not told what to put in this message plz.
Good knowledge