What is Modem? know Modem in details in Hindi?
मॉडेम एक नेटवर्क हार्डवेयर डिवाइस है जो किसी कंप्यूटर को एक टेलिफोन लाइन या केबल या सैटेलाइट कनेक्शन पर डेटा भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है, जिससे डिजिटल डेटा को फोन लाइन पर उपयोग किए गए एनालॉग सिग्नल में कन्वर्ट किया जा सकता है।
हिस्ट्री ऑफ़ मॉडेम
1990 में वर्ल्ड वाइड वेब के आने के बाद मॉडेम का दुनिया में उपयोग होने लगा| सबसे पहले मॉडेम का नाम डायल-अप’ था जिसका अर्थ है की जिन्हें टरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) से जुड़ने के लिए एक फोन नम्बर डायल करना पड़ता है यह डायल-अप मॉडेम स्टैण्डर्ड एनालॉग मोबाइल लाइनों में काम करता था डायल-अप मॉडेम (Dial-up Modem) में एक समय में एक ही काम कर सकते थे जैसे की एक बार में इंटरनेट चला सकते है या काँल कर सकते है आधुनिक समय में मॉडेम पर DSL या केबल लगे होते है जिसे आमतैर पर ब्रॉडबैंड डिवाइस कहा जाता हैं।
मॉडेम का परिचय
मॉडेम का नाम आपने कभी ना कभी कहीं ना कहीं जरूर सुना होगा। और आपने कभी ना कभी मॉडेम के इस्तेमाल जरूर किया होगा क्योंकि मॉडेम के इस्तेमाल से ही हमारा जो डिजिटल सिग्नल है एनालॉग सिग्नल में परिवर्तित होता है और जो एनालॉग सिग्नल आता है और डिजिटल सिग्नल में परिवर्तित होता ।मॉडेम एक ऐसा डिवाइस जो एक छोटे लेवल या फिर घर के लिए इंटरनेट प्रदान कर सकता है।आइए आज के इस पोस्ट में जानते हैं कि मॉडम क्या है? यह कैसे कार्य करता है? इसकी मुख्य लक्षण कौन-कौन से हैं? डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में किसी फोन लाइन पर सीधा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता। इसलिए सबसे पहले डिजिटल सिग्नल (0 or 1) को एनालॉग सिग्नल में चेंज किया जाता है।
इस प्रोसेस को माड्यूलेशन कहते हैं। इसी प्रकार एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में सीधा पर ट्रांसमिट नहीं किया जा सकता है। इसलिए सबसे पहले एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में चेंज किया जाता है यह प्रोसेस डेमाड्यूलेशन लाती है। इस प्रकार से वह डिवाइस जो माड्यूलेशन एंड डीमाड्यूलेशन का काम करता है उसे ही मॉडेम कहते हैं।यानी कि एक ऐसा डिवाइस जो माड्यूलेशन और डीमाड्यूलेशन का काम एक साथ करता हो मॉडेम कहलाता है। वैसे भी मॉडेम दो शब्दों से मिलकर बना होता है मो का अर्थ होता है माड्यूलेशन और डेम का अर्थ होता है डीमाड्यूलेशन।
मॉडेम का निर्माण किसने किया?
1962 में, पहला commercial modem, AT&T द्वारा Bell 103 के रूप में निर्मित और बेचा गया था.जो सबसे पहला मॉडेम था उसे हम डाटाफोन के नाम से जानते है जिस एटी&टी 11960 में रिलीज किया था . बाद में Home user तब प्रयोग में लेने लगे जब Dennis Hayes and Dale Heatherington ने 80-103A मॉडेम को 1977 में लांच किया था।
मॉडेम क्या हैं?
मॉडेम के प्रकार
- आन्तरिक मॉडम (Internal Modem)
- बाह्य मॉडम (External Modem)
- डीएसएल मॉडम (Digital Subscriber Line, DSL)
- एसडीएसएल मॉडम (Symmetric Digital Subscriber Line, SDSL)
- एडीएसएल मॉडम (AsymmetricDigital Subscriber Line, ADSL)
- केबल मॉडम (Cable Modem)
- सैटेलाइट मॉडम (Satellite Modem)
केबल मॉडेम की डाटा दर (Data Rate), टेलीफोन मॉडेम की डाटा दर (28.8 और 56 Kbps), डिजिटल नेटवर्क एकीकृत सेवा (Integrated Services Digital Network- ISDN) की डाटा रेट (128 Kbps) से बहुत अधिक है और DSL टेलीफोन सेवा से प्राप्त होने वाली रेट के लगभग बराबर है।अधिकतर आधुनिक केबल मॉडेम ‘डॉक्सिस’ (DOCSIS- Data Over Cable Service Interface Specification) को सपोर्ट करते हैं, जो एक ही केबल पर टीवी सेट टॉप बॉक्स के साथ जोड़कर इंटरनेट एक्सेस के लिए उपयोग किया जा सकता है। केबल कनेक्शन से टेलीफोन कनेक्शन के मुकाबले न सिर्फ तेज डाटा दर प्राप्त होती है बल्कि इंटरनेट का कनेक्शन भी निरंतर बना रहता है।
मॉडेम की कार्यप्रणाली
- Modem का Modulator Computer से और बाकी के Digital Device से जा रहे Digital Signal को ठीक करता है, Modem का कार्य है हमारी Telephone Line से आने वाले Analog Signal को Modulate करना और ऐसे Digital Signal में बदलना जिसे हमारा Computer Read कर के आसानी से समझ पाये।
- Computer से आने वाले Signal को Demodulate करके Analog Signal में Change कर उसे दोबारा भेज सके और इस प्रक्रिया को ही Modulation और Demodulation कहते है।
- Modem ज्यादातर Network Area में Use किया जाता है, Modem अलग-अलग Network या Lan और एक अलग दुनिया के बीच संचार के साधन के रूप में काम करते हैं।
- एक Modem हमारे Computer को एक Standard Phone Line या Cable से Connect करता है, जिससे हम Data भेज या Data प्राप्त कर सकते है।
- Modem एक Conversation Tool है जो एक Device के Signal को अन्य Device Read कर सके ऐसे Signal में Convert करता हैं।
- तो यह थे मॉडेम के कार्य जो आपने जाने। चलिए अब जानते है Modem किस तरह से Use किया जाता है।
मॉडेम कैसे इस्तेमाल करे?
मॉडेम की विशेषताएं
- Transmission speed
- Error detection and correction
- compression
मॉडेम का उपयोग
इसका उपयोग टेलीफोन लाइनों पर इनफॉर्मेशन और डेटा भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। कम से कम दो तरीके हैं जिनका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक रूप से डेटा और इनफॉर्मेशन का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जा सकता है। एक तरीका डिजिटल है और दूसरा तरीका एनालॉग है। डिजिटल प्रतिनिधित्व का उपयोग करने वाली मशीनें एनालॉग प्रतिनिधित्व को नहीं समझ सकती हैं और इसके विपरीत।
जब कोई कंप्यूटर मॉडेम का उपयोग करके दूसरे कंप्यूटर से बात करता है, तो वह दूसरे कंप्यूटर से डिजिटल जानकारी और डेटा भेजता और प्राप्त करता है। यह जानकारी कंप्यूटर के बीच टेलीफोन लाइन पर यात्रा करती है। टेलीफोन लाइनें एनालॉग रूप में डेटा और सूचना भेजती हैं डिजिटल रूप में नहीं। इसलिए, कंप्यूटर से डिजिटल इनफॉर्मेशन और डेटा को एनालॉग रूप में रखने के लिए एक अनुवादक की आवश्यकता होती है ताकि डेटा को टेलीफोन लाइन पर भेजा जा सके।
मॉडेम के लाभ
- इसका इस्तेमाल इन्टरनेट कनेक्शन के लिए किया जाता है।
- ये डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में बदल सकता है।
- मॉडेम डाटा के संचार के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे प्रचलित साधन है।
- ये टेलीफोन की लाइन से दो कंप्यूटर को आसानी से जोड़ सकता है।
- इसकी कीमत भी अधिक नही होती।
मॉडेम के नुकसान
- इसके काम करने की गति इसकी कीमत पर निर्भर रहती है।
- ये सिर्फ LAN और इन्टरनेट के बीच ही काम करता है।
- ये इंटरमीडिएट ( Intermediate ) प्रकिर्या को नही समझता।
- इसके कनेक्शन के लिए आपको RJ11 जैक की जरूरत होती है तभी ये डाटा का संचार कर पता है।