5G मोबाइल नेटवर्क का पांचवा जनरेशन है। यह बहुत ही लेटेस्ट सेलुलर टेक्नोलॉजी है। वहीँ इसमें डाटा को वायरलेस ब्रॉडबैंड कनेक्शन के माध्यम से लगभग 20 GBPS से भी ज्यादा की स्पीड में ट्रांसमिट किया जा सकता है।
4G नेटवर्क की बात करें तो 500 वर्ग किलो मीटर में 10 लाख डिवाइस जोड़ सकते हैं लेकिन 5G पर सिर्फ 01 वर्ग किलो मीटर में ही 10 लाख डिवाइस जोड़ा जा सकते हैं.
आज के समय में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जो Internet का इस्तेमाल ना करता हो। हमारे भारत देश में पहले के मुकाबले अब गांव में रहने वाले लोग भी Internet का इस्तेमाल करने लगे हैं।
हमारे देश की सरकार ने भी भारत को Digital India का नाम दिया है और सरकारी दफ्तरों में भी सभी प्रकार के कार्य अब Digital रूप में यानि कि Internet की सहायता से किए जा रहे हैं।
वर्तमान समय में हम 4G Technology का इस्तेमाल हर कोई कर रहे हैं और अब आगे हम धीरे-धीरे 5G Technology के ओर आगे बढ़ रहे हैं। आज के इस आर्टिकल में आप सभी के लिये 5G Network से जुडे सारी जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
5G क्या हैं?
5G की Technology दूरसंचार की टेक्नोलॉजी से संबंध रखती है। इस समय किसी भी सर्विस या तकनीक का इस्तेमाल वायरलेस तकनीक के जरिए किया जाता है। दूरसंचार की इस नई तकनीक में रेडियो तरंगे और विभिन्न तरह की रेडियो frequency का इस्तेमाल किया जाता है।
अब तक जितने भी Technology दूरसंचार के क्षेत्र में आ चुके हैं, उनके मुकाबले में यह तकनीक काफी नई और तीव्रता से कार्य करने वाली तकनीक है। इस नवीन तकनीक का अंतिम मानव का निर्धारण ITU यानी कि International Telecommunication Union के हाथों किया जाता है।
5G की तकनीक 4G तकनीक के मुकाबले में काफी एडवांस है। यह next generation की विकसित तकनीक है और यह अब तक आ चुकी सभी तकनीक से सबसे ज्यादा आधुनिक तकनीक माने जा रहे है।
5G के Features
इस नई Technology की speed करीब एक सेकंड में 20GB के आधार पर इसके उपभोक्ताओं को प्राप्त होगी। इस तकनीक के आ जाने से Technology से जुड़े हुए सभी कार्यों में तेजी से विकास होगा और सभी कार्य आसानी से काफी fast speed में किए जा सकेंगे।
अभी हम वर्तमान समय में 4G Technology का इस्तेमाल कर रहे हैं और इस Technology का इस्तेमाल करके हम 1 सेकेंड में करीब 1GB की फाइल को download करने की क्षमता रखते हैं, वही 5G की Technology में हमें 1 सेकेंड के अंदर करीब 10GB या इससे ऊपर की downloading क्षमता वाली गति प्राप्त होगी।
- 5G Technology त्रुटिरहित नीति पर आधारित उच्च Quality वाली सेवाएं प्रदान करती है। गलतियां कम और सर्विस में गुणबत्ता अधिक होती है।
- 5G के माध्यम से remote management के साथ तीव्र समाधान संभव होता है।
- 5G की गति 4G की अधिकतम गति से 20 गुणा तेज है।
- 5G में network latency 1 मिली सेकंड तक हो जाएगी। आपकी जानकारी के लिए बता दूं Latency जितनी कम होती है डाटा transfer की गति इतनी तेज होती है।
- 5G तकनीक उच्च resolution क्षमता वाली, उच्च bandwidth आधार की Technology है।
5G कैसे काम करता है?
5G तेज गति को प्राप्त करने के लिए बहुत सारी Technology का लाभ उठाकर इनका इस्तेमाल भी करता है।
नया स्टैण्डर्ड 4G से रेडियो स्पेक्ट्रम के पूरे नए बैंड का उपयोग करेगा। 5G तकनीक “मिलीमीटर वेव्स” पर काम करेगा और इसका भरपूर फायदा भी लेगा।
मिलीमीटर तरंगों को आसानी से इमारतों या अन्य ठोस वस्तुओं के माध्यम से ट्रेवल नहीं की जा सकती है, इसलिए 5G “छोटी सेल्स” का भी लाभ उठाएंगे। छोटे छोटे स्टेशनों का उपयोग किया जायेगा (small mini station) जिन्हें पूरे शहरी क्षेत्रों में लगभग 250 मीटर तक रखा जा सकता है। इन स्थानों में बहुत बेहतर कवरेज प्रदान करेंगे।
इसके लिखे बेस स्टेशन बनाया जाता है, ये बेस स्टेशन “बड़े पैमाने पर MIMO” का भी उपयोग करते हैं। MIMO का अर्थ है “multiple-input multiple-output।” आपके पास MIMO तकनीक वाला एक होम wireless router भी हो सकता है, जिसका उपयोग करके 5G तकनीक का उपयोग कर सकते है।
5G के लाभ
- भारत में 5G Technology का यदि सफलतापूर्वक चलन हो जाए तो इससे भारतीय telecommunications में क्रांति आ जायेंगे।
- 5G तकनीकी आने से economic, social, strategic आदि क्षेत्रों में गतिशीलता आएगी तथा देश के विकास को और बल मिलेगा।
- भारत सरकार ने वर्ष के अंत तक देश में 5G तकनीक लागू करने का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया है।
- 5G तकनीक के माध्यम से भारत में information, security, education, health, transportation आदि क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की संभावना है। इसके माध्यम से Tally Education, Tele Medicine इत्यादि क्षेत्र अधिक एडवांस और फास्ट हो जायेगा। जिससे भारत में education, health आदि की अधिक सुविधाएं पहुंचाई जा सकती है।
- 5G तकनीक जिसे Internet की पांचवीं पीढ़ी कहा जाता है, इसके द्वारा भारत के सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि, रोजगार अर्थव्यवस्था का सरल और एडवांस डिजिटलीकरण के साथ और भी बहुत कुछ किया जा सकता है।
- भारत में 5G तकनीक भारत सरकार की भारत नेट परियोजना को सफल बना सकती है। इसके अंतर्गत सभी घरों में लगभग 2MBPS से लेकर 20MBPS की broadband की सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।
- भारत में 5G तकनीक के द्वारा डिजिटल अर्थव्यवस्था को अधिक सरल बनाया जायेगा। जिससे देश में सभी डिजिटल काम जल्द से जल्द होगा।
5G की spectrum band क्या है?
5G networks 3400 MHz , 3500 MHz और 3600 MHz bands पर रन करते हैं। 3500 MHz band को आदर्श माना जाता है। मिलीमीटर वेव्स spectrum 5G में अहम भूमिका निभाता है। इन्हें मिलीमीटर वेव्स इसलिए कहा जाता है क्योंकि इनकी length 1 से 10 mm होती है।
मिलीमीटर तरंगें 30 से 300 GHz Frequencies पर काम करती हैं। अभी तक इन तरंगों को satellite networks और radar सिस्टम्स में इस्तेमाल किया जाता है।
सर Jagdish Chandra Bose ने 1895 में ही दिखाया था कि इन recurring को communication के लिए कैसे उपयोग किया जा सकता है।
जरुरी बातें
हमें आशा है की आप लोगों को 5G क्या है? और ये कैसे काम करता है? के बारे मैं पूरी जानकारी आप लोगों को 5G के बारे में समझ आ गये होगे।
ऊपर दिए गए जानकारी आपको कैसी लगी आप हमें Comment कर बताये और साथ ही इस आर्टिकल को अपने सभी साथियों तक अवश्य पहुचाये ताकि उन्हें भी 5G के बारे में जानकारी मिल सके।